बदायूं में ठेके,कमीशन और घूसखोरी को भाजपा और सपा नेताओं के गुर्गों ने किया गठजोड़

ऐसे चर्चित लोगों से लोनिवि निरीक्षण भवन और भाजपा की हो रही बदनामी
बदायूं। जनपद में ठेके,कमीशन और घूसखोरी के लिए भाजपा और सपा नेताओं के गुर्गों ने आपस में गठजोड़ कर लिया है। इस बदनाम गठजोड़ में शामिल कुछ गुर्गे तो खुद को माननीयों का प्रतिनिधि तक बताने से नहीं चूकते हैं। लोकनिर्माण विभाग समेत अनेक विभागों के ठेकों पर इनकी गिद्द दृष्टि रहती है। यही गुर्गे ठेकों को मनमर्जी से आवंटित करते और बदले में मोटा कमीशन वसूलते हैं। यह सब गोरखधंधा लोकनिर्माण विभाग के निरीक्षण भवन से संचालित होता है। सपा और भाजपा नेताओं के गुर्गे लोनिवि के शहर स्थित निरीक्षण भवन में शाम ढलते ही आपस में जाम टकराने लगते हैं।

देश-प्रदेश में भाजपा की सरकार है। जनपद में भी छह में से पांच विधायक भाजपा के हैं। एक राज्यसभा और एक लोकसभा अर्थात दो सांसद हैं और एक राज्यमंत्री भी हैं। समय-समय पर मुख्यमंत्री योगी सदन से लेकर सड़क तक सपा को खरीखोटी सुनाते हैं। लेकिन बदायूं में भाजपा के कुछ नेताओं के गुर्गों ने सपा नेताओं के चहेतों को अपनी गोदी में बैठा रखा है। वह इन्ही के माध्यम से कमाई कर रहे और जरूरत पड़ने पर इनका खोफ भी दिखाते हैं।
इसका जीता जागता उदाहरण लोकनिर्माण विभाग का निरीक्षण भवन है। यहां आजकल कुछ माननीयों के खुद को प्रतिनिधि बताने वाले कथित लोग जिले में सपा के चहेते लोगों के साथ बैठ कर ठेके ठेकेदारों को आवंटित कर रहे हैं। साथ ही निरीक्षण भवन में आवंटित किए गए ठेकों का कमीशन लेनदेन करते हैं। शाम ठलते ही भाजपा और सपा के यह गुर्गे एक साथ दारू और मुर्गें की दावत निरीक्षण भवन में एक ही कमरे और एक ही टेवल पर करते देखे जा सकते हैं। इससे लोकनिर्माण विभाग के निरीक्षण भवन भी बदनाम हो रहा है। मालूम रहे इस निरीक्षण भवन में वीआईपी ही ठहरते हैं। इन भाजपा और सपा के गुर्गों की वजह से इस निरीक्षण भवन की गरिमा भी धूमिल हो रही है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों लोकनिर्माण विभाग (सीडी टू) बदायूं में लाखों रुपये के सड़क निर्माण के टैंडर निकले। यह टेंडर कथित सपा-भाजपा के चहेतों ने आपस में ठेकेदारों में बांट दिए। ठेकेदार ओमकार सिंह ने कंप्टीशन पर 15 से 18 प्रतिशत कम दरों पर टैंडर डाल दिए। तीन-चार दिन पहले सपा और भाजपा के कथित दो सफेदपोश ठेकेदारों ने ओमकार सिंह पर टैंडर वापस लेने के लिए दवाब बनाया। दवाब मानने से इंकार करने पर ओमकार सिंह को जाति सूचक शब्द कहे और बाइक पर जबरन साथ ले जाने की कोशिश की। उसे डराया-धमकाया भी। ओमकार ंिसह ने इन सपा-भाजपा नेताओं के गुर्गों के चंगुल से छूट कर थाना सिविल लाइन में इन लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। जानकारी होते ही फिर सपा-भाजपा नेताओं के चहेतो ने ओमकार पर तहरीर वापस लेने का दवाब बनाना शुरु कर दिया। ऐसे किस्से लोकनिर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में आये दिन होते रहते हैं।