स्वच्छता अपनाकर करों जीवन में नया संचार :- डॉ० बुलबुल

बदायूँ: गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई का दूसरा एक दिवसीय शिविर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर आधारितप्राचार्या डॉ०गार्गी बुलबुल के संरक्षण में कार्यक्रम अधिकारी असि०प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती दिशा निर्देशन व नेतृत्व में अभिगृहित मलिन बस्ती बजरंग नगर में सम्पन्न हुआ। एवं द्वितीय इकाई का शिविर डॉ सुमन सिंह के निर्देशन में नगला सय्यद गंज में सम्पन्न हुआ। स्वयंसेविकाओं ने विविध कार्यक्रम रैली, स्लोगन,पोस्टर, निबंध, नुक्कड़ नाटक आदि के द्वारा स्वच्छता जनजागरूकता अभियान चलाया और लोगों तक राष्ट्रपिता महत्मा गाँधी जी के सपनों को साकार करने हेतु स्वच्छ भारत बनाने के लिए स्वच्छता का संदेशजन जन तक पहुँचाया। प्राचार्या डॉ० गार्गी बुलबुल के रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डॉ गार्गी बुलबुल ने स्वयंसेविकाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता के स्वप्न को साकार करने में इस प्रकार के कार्यक्रम निश्चित ही स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में सहयोगी सिद्ध होंगे। कार्यक्रम अधिकारी असि प्रोफेसर सरला देवी के नेतृत्व में स्वयंसेविकाओं ने ओजस्वी नारों- स्वास्थ्य है सबसे महत्वपूर्ण, इसके बिना जीवन अपूर्ण।हम सब ने ठाना है भारत स्वच्छ बनाना है। स्वास्थ्य है जीवन का सार, इसके बिना है सब बेकार।स्वास्थ्य है अनमोल, नही है इसका कोई मोल, एवं डोर टू डोर जनसंपर्क कर बस्ती वासियो को मास्क वितरित किए साथ ही कोरोना महामारी में बचाव हेतु स्वास्थ्य एवं स्वच्छता का महत्व समझाया,दिया संदेश स्वास्थ्य है जीवन का सार, स्वच्छता अपनाकर करों जीवन में नया संचार। द्वितीय बौद्धिक सत्र में शिविर का शुभारंभ थाना कोतवाली बदायूं से आये श्रीमती रीना एवं श्री संजयजी के मुख्य आतिथ्य में माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय सेवा योजना लक्ष्य गीत उठे समाज के लिए उठे उठे से किया गया। मुख्य वक्ता डॉ इन्दु शर्मा एवं डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने बताया कि एक सच्चे देशवासी, सच्चे भारतीय नागरिक होने के नाते हम सबका फर्ज है कि न गंदगी फैलाएं और न फैलने दें। निजी एवं सार्वजनिक स्थलों को अपने घर की तरह साफ सुथरा रखें ताकि स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत का सपना पूरा हो सके। मुख्य वक्ता डॉ०निशी अवस्थी ने बताया कि नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ पर्याप्त, उचित एवं संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। ख़राब पोषण से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और रोग के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है तथा शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है। कार्यक्रम अधिकारी असि०प्रोफेसर सरला देवी ने विस्तार से स्वास्थ्य एवं पोषण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्वास्थ्य एवं पोषण का होना किसी भी मानव के लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। कहा भी गया है स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। स्वस्थ्य रखने के लिए शरीर को पोषक आहार की आवश्यकता पड़ती है। साथ ही यदि नियमित रूप से व्यायाम किया जाय तो शरीर स्वस्थ्य बना रहता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मुख्यत: छह प्रकार के पोषक आहारों की आवश्यकता पड़ती है। कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, प्रोटीन,खनिज लवण और जल। इन पोषक तत्वों के अभाव में शरीर में कई प्रकार की बीमारियां घर कर लेती है। जिससे हमारी कार्यकुशलता में कमी आ जाती है और राष्ट्र विकास बाधित हो जाता है।स्वयंसेविकाओं में पोस्टर, स्लोगन प्रतियोगिता कराई। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी सरला देवी एवं स्वयंसेविका कु० लवली शर्मा ,कु राजकुमारी ने संयुक्त रूप से किया। डॉ ममता वर्मा, डॉ०शिल्पी शर्मा,अनीता, डॉ सोनी मौर्य,डॉ०उमा सिंह गौर डॉ मुक्ता सक्सेना,सहित स्वयं सेविकाओं में कु० लवली शर्मा, साक्षी, राजकुमारी, मेघा,पटेल, अंजली शर्मा, अनुशी, प्रियंका, सोनाली, पूनम यादव, निशा लवली, कृतिका, अनीता, सहारिका, पलक, पल्लवी, रितु,ओमकार, रितिका सहित समस्त स्टॉफ मौजूद रहा। अंत में कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर सरला ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्र गान के साथ शिविर का समापन किया गया।