मिर्जापुर। संतनगर थाने में बीते दिनों शराब के नशे में धुत होकर उत्पात मचाने वाले और बवाल करने वाले पुलिसकर्मियों पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कड़ी कार्रवाई की है। तीन सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही एक उप निरीक्षक समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। संतनगर थाने में रविवार को मेस में खाना खाने गए दो पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए। मामला बढ़ा तो कई पुलिसकर्मियों ने गाली देते हुए आपस में मारपीट कर ली। घटना का वीडियो एक सिपाही ने रिकॉर्ड कर वायरल कर दिया। थाने में मारपीट का वीडियो वायरल होने पर एसपी ने सीओ लालगंज दीक्षांत राज को मामले की जांच करने को कहा। सीओ की जांच के बाद पुलिस अधीक्षक ने भी थाने पर तथ्यों की जांच पड़ताल की। आरोप सिद्ध होने पर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की। मुख्य आरक्षी नामवर सिंह यादव और धर्मेंद्र सिंह को बर्खास्त किया गया। मुख्य आरक्षी देव प्रकाश पांडेय को बर्खास्त करने की कार्रवाई के लिए 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ को पत्र भेजा गया। इसके अलावा उप निरीक्षक मनोज उपाध्याय, मुख्य आरक्षी उपेंद्र सिंह, करन सिंह यादव, विमलेश सिंह, लखन रावत, नागेंद्र कुमार यादव को निलंबित किया गया। एसपी संतोष मिश्रा ने बताया कि संत नगर थान में कुछ पुलिसकर्मियों के मारपीट का वीडियो संज्ञान में आया। जिसकी जांच सीओ लालगंज से कराई गई। उनके द्वारा मामले में तथ्यों की जांच की गई। एक सिपाही नामवर यादव जो बदमाश प्रवृति का है। इसके कैरेक्टर रोल से पता चला है कि पूर्व के जिन जिलों में तैनात रहा है, वहां भी उसे दंड मिला है। वह शराब पीकर अन्य सिपाहियों से उलझा था। उसी में एक सिपाही द्वारा वीडियो बनाकर वायरल कराया गया। जांच के बाद तीन सिपाहियों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई। इसमें दो सिपाही जो मिर्जापुर से थे वे बर्खास्त हो चुके हैं। तीसरा सिपाही 32वीं वाहिनी पीएसी से अटैच था तो उनके कमांडेंट को बर्खास्तगी के लिए चिट्ठी भेज दी गई है। छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। एसपी ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस तरह का कृत्य करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।