लघु उद्योग कंपनी सचिव की सहायता से उठा सकते हैं सरकारी योजनाओं का लाभ
बरेली। सरकारी योजनाओं का लाभ लघु उद्योग कंपनी सचिव की सहायता से उठा सकते हैं। यह बात भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के बरेली चैप्टर का सेमिनार में बताई गई। साथ ही 100 से अधिक उद्यमियो को सम्मानित भी किया गया। बरेली एयरपोर्ट के निकट होटल रेडिसन में हुए सेमिनार का विषय।"लघु उद्योगों से संबंधित सब्सिडी स्कीम एवं कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी" रखा गया था। इस कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि विधायक बरेली कैंट संजीव अग्रवाल, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं निवर्तमान महापौर डॉ. उमेश गौतम, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान सी. एस मनीष गुप्ता, केंद्रीय कमेटी के सदस्य मनोज कुमार पूर्वे, उत्तरी रीजनल कमेटी के सदस्य संतोष कुमार पांडे आदि के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं आई सी एस आई मोटो सॉग, को सामूहिक रूप से गा कर किया गया। विधायक बरेली कैंट संजीव अग्रवाल, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के चांसलर एवं निवर्तमान महापौर डॉ. उमेश गौतम ने कहा कि बरेली एक शांत लेकिन विकास के लिए गतिमान शहर है। व्यापारी विकास के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। मोदी सरकार में विभिन्न प्रकार की स्कीमें लागू कर रखी हैं जिससे भारत की इंडस्ट्री और भी मजबूत होगी। भारत का विकास होगा और अधिक औद्योगिक प्रगति होगी। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार कंपनी सेकेट्री व्यापारियों को कानून के बारे में अवगत और पालन में सहायता दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार भारत विश्व गुरू बनने की राह में अग्रसर है। आज के समय में विभिन्न क्षेत्रों में कंपनी सचिव की बढ़ती हुई भूमिका की सराहना की । आज सरकार द्वारा लघु उद्योगों के लिए कई तरह की महत्वपूर्ण योजना लागू की गई है जिनका लाभ लघु उद्योग कंपनी सचिव की सहायता से उठा सकते हैं। और सी एस आर के क्षेत्र में भी कंपनी सचिव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं । कंपनी सेक्रेटरी का रोल आज के समय में काफ़ी बढ़ गया है।
भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएस मनीष गुप्ता ने बताया कि किस प्रकार सी एस प्रोफेशन व्यापारीगणों की एवं उद्यमियों की कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी और उनका पालन करने में सहायता कर रहा है। अगर हम सी एस को लागत के रूप में ना देख कर वैल्यू एडिशन के तौर पर देखें तो इससे हमें अपने बिजनेस के विकास में और एक्सपेंशन में सहायता मिलेगी ।
उन्होंने पाठ्यक्रम में किए गए बदलावों के बारे में भी बताया कि किस प्रकार श्रम कानून को एक नए विषय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। एवं सीएस की आर्बिट्रेटर के रूप में बढ़ती भूमिका के बारे में बताया ।बरेली चैप्टर के चेयरमैन सी एस अंकित अग्रवाल ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि आप सबकी उपस्थिति से बरेली चैप्टर खुद को अत्यंत गौरवशाली महसूस कर रहा है।आज बरेली चैप्टर के लिए यह एक स्वर्णिम दिन है जहां इतनी सारी हस्तियां एक साथ इकट्ठे हुई है । बिन बूंदों के बारिश का एहसास कैसे होगा, जुनून हो दिल में जिसके वह हताश कैसे होगा। कार्यक्रम मैं आप सबका मिजाज कैसा है बिन तालियों के हमें यह एहसास कैसे होगा । तो एक बार जोरदार तालियों के साथ सभी अतिथियों का स्वागत कीजिए जिससे इस कार्यक्रम को ऊर्जा मिल सके । कहते हैं की खुशी के फूल उन्हीं के दिल में खिलते हैं जो इंसान से इंसान की तरह मिलते हैं। आज ऐसी कई शख्सियत हमारे बीच मौजूद हैं जिनसे मिलकर हमारा दिल भी बाग बाग हो गया है । उन्होंने बताया नये नियम और क़ानून बनने से कंपनी सेक्रेटरी की माँग में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है जिसके साथ सी एस का दायित्व्य भी काफ़ी बढ़ गया है। आज कल कंपनी के काफ़ी नये रिटर्न्स दाखिल करने कि ज़िम्मेदारी बढ़ गई जिससे उन्हें सीएस की आवश्यकता पड़ती है।बहुराष्ट्रीय कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई की कंपनी सचिव सावित्री पारेख, ने बताया कि किस प्रकार सी एस आर की जिम्मेदारी पहले सरकार पर रहती थी लेकिन बाद में सरकार ने कॉरपोरेट सेक्टर के ऊपर भी यह जिम्मेदारी डाली। उन्होंने इससे संबंधित सभी कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया की किन के ऊपर लागू होता है। किन-किन लोगों को इसका पालन करना होता है कि कब हमें सीएसआर कमेटी बनानी होती है।लाभ के किस हिस्से पर सीएसआर का दायित्व आता है। किन-किन प्रोजेक्ट पर सीएसआर का लाभ मिल सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार कंपनी अपना यह सी एस आर का कार्य खुद भी कर सकती हैं और किसी इंप्लीमेंटिंग एजेंसी के द्वारा भी करवा सकती है एवं श्रोताओं की विभिन्न समस्याओं का समाधान भी किया। दूसरे मुख्य वक्ता एमएसएमई क्षेत्र के एक्सपर्ट सी.एस डॉ अजय गर्ग ने बताया कि किस प्रकार कंपनी सचिव कॉर्पोरेट चाणक्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। किस प्रकार सरकार ने 2021 में एमएसएमई के अंतर्गत ट्रेडिंग सेक्टर को भी शामिल किया जिससे इस क्षेत्र की का महत्व बहुत बढ़ गया उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं जैसे कि 1- सी जी टी एम एस ई स्कीम 2- एमएसएमई सस्टेनेबल सर्टिफिकेशन स्कीम स्कीम 3- बिल डिस्काउंटिंग स्कीम 4- ट्रेड प्लेट फार्म स्कीम 5- एम एस एम ई मार्ट स्कीम 6- जैम पोर्टल स्कीम 7- इक्विटी स्कीम 8- एसपीआरएस स्कीम 9- ई एम एस एम ई समाधान स्कीम 10 –एग्जीबिशन सब्सिडी स्कीम आदि शामिल है ।
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं जैसे कि यूपी फूड प्रोसेसिंग पॉलिसी 2023, यूपी वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स पॉलिसी 2022, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी पॉलिसी 2022 एवं यूपी फिल्म पॉलिसी 2023 के बारे में भी बताया उन्होंने इन सभी स्कीम्स के बारे में विस्तार से समझाया । एम एस एम ई के लिए इस सरकारी योजना को शुरू करने का उद्देश्य बैंक में सब्सिडी सहायता प्रदान करके नए व्यवसायों और सर्विसिंग या विनिर्माण क्षेत्र से संबंधित मौजूदा व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। कार्यक्रम के दौरान एलएच शुगर फैक्ट्री पीलीभीत के वाई के अग्रवाल, किंग वन हेल्थ केयर प्रोजेक्ट्स के राजीव सिंह , I2I सलूशन प्राइवेट लिमिटेड के रोहित भाटिया, डी जी इंफ्रा ग्रुप के धर्मेंद्र गुप्ता , डॉ महेंद्र बासु एवं शिव शक्ति इंफ्रा के पवन मिश्रा का विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया । सीएस मोहित भाटिया उपाध्यक्ष बरेली चैप्टर ने बताया कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में बड़े पैमाने पर योगदान देता है। एमएसएमई विवाद निवारण तंत्र प्रदान करता है।संपार्श्विक मुक्त ऋण प्राप्त करने में मदद करता है। कई आयकर लाभ भी प्रदान करता है। सीएस फैजा आमिर सचिव बरेली चैप्टर ने बताया कि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व संगठनों को समाज, पर्यावरण, ग्राहकों या उस मामले में हितधारकों के लिए अपना काम करने की अनुमति देता है। सीएस नेहा अरोड़ा कोषाध्यक्ष बरेली चैप्टर ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए ऋण गारंटी निधि योजना सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों को ऐसा ऋण उपलब्ध करवाना है जिसमें अतिरिक्त पैसे का भुगतान न करना पड़े। आप इस योजना, इसका लाभ प्राप्त करने हेतु पात्रता व शर्तें, ऋण की सुविधा, जागरूकता कार्यक्रमों, निधि इत्यादि के बारे में जानकारी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। सीएस मोहम्मद खिजर अली खान सदस्य बरेली चैप्टर ने बताया कि सी एस आर अब व्यवसाय का संचालन करने का एक तरीका है जिसके द्वारा कॉर्पोरेट संस्थाएँ सामाजिक रूप से अच्छे में योगदान करती हैं। सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनियां केवल अपने लाभ को बढ़ाने वाली गतिविधियों में संलग्न होने के लिए संसाधनों का उपयोग करने के लिए खुद को सीमित नहीं करती हैं। वे कंपनी के संचालन और विकास के साथ आर्थिक, पर्यावरण और सामाजिक उद्देश्यों को एकीकृत करने के लिए सीएसआर का उपयोग करते हैं। सीएस शरद टंडन सदस्य बरेली चैप्टर ने बताया कि किसी कंपनी के लिए कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, कंपनी की क्षमताओं को ध्यान में रखकर गतिविधियों का संचालन करना है जिससे कि संचालन के क्षेत्रों में और इसके आसपास रहने वाले समुदायों की स्थायी सामाजिक-आर्थिक विकास में एक उत्प्रेरक भूमिका निभाई जा सके। सीएसआर नीति वाक्य में इन बातों का विवरण लिखना होता है। इस कार्यक्रम में इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन, सेंट्रल यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स, सीए एसोसिएशन, रोटरी क्लब एवं रोहिलखंड मैनेजमेंट एसोसिएशन के विभिन्न सदस्यों सदस्यों ने सेमिनार में हिस्सा लिया एवं ज्ञान वर्धन किया को व विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे 110 इंडस्ट्रियलिस्ट एवं एमएसएमई यूनिट जोकि बरेली, रुद्रपुर, काशीपुर, हल्द्वानी, पीलीभीत, खटीमा, पूरनपुर, शहजानपुर, बदायूं आदि में स्थित है उन्हें सम्मानित किया । इस कार्यक्रम में कंपनी सचिव प्रोफेशन के भविष्य इस संस्थान के विद्यार्थियों जैसे कि कोमल अग्रवाल, शिखर रस्तोगी, संजय गंगवार, दिव्यांश भारद्वाज, मेघा, परितोष, राहुल, दीक्षा, नेहा आदि ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और ज्ञान प्राप्त किया । कार्यक्रम का संचालन सीएस मनोज अग्रवाल ने सुचारू रूप से किया। इस अवसर पर सीएस मोहित भाटिया उपाध्यक्ष बरेली चैप्टर, सीएस फैजा आमिर सचिव बरेली चैप्टर, सीएस नेहा अरोड़ा कोषाध्यक्ष बरेली चैप्टर, सीएस मोहम्मद खिजर अली खान सदस्य बरेली चैप्टर, सीएस सागर अग्रवाल सदस्य
बरेली चैप्टर, सीएस शरद टंडन सदस्य बरेली चैप्टर, सीएस निधि अग्रवाल, सीएस प्रिया अग्रवाल, सीएस पुष्कर गर्ग, सीएस मानसी अग्रवाल, सीएस सीमा सिंह, सीएस निकिता टंडन, सीएस क्षितिज टंडन, सीएस निहारिका सिंह, काव्या सिंघल, कुलविंदर कौर, गुरप्रीत कौर, ऋतुराज रस्तोगी, मोहम्मद वसीम खान, दीपिका जगरानी, हर्षिता शर्मा, देवांग खंडेलवाल, शिवम ग्रोवर, अंकुर गुप्ता, विवेक सक्सेना, कमल झावर आदि मौजूद रहे।