सहसवान :- मोहल्ला नवादा में स्थित बगिया वाली मस्जिद मैं विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्ला ताला अलेह के 809वां उर्स की फ़ातिहा की महफ़िल सजाई गई।जिसकी सदारत हाजी अली हुसैन ने की ।महफ़िल को खिताब करते हुए सदस्य जिला पंचायत हाफ़िज़ इरफान ने कहा कि ख्वाजा साहब का पूरा जीवन इंसानियत की सेवा में गुज़रा है।उन्होंने दबे कुचले समाज के उत्थान के लिए अनेक कार्य किये जिसके लिए उन्हें गरीब नवाज़ के नाम से जाना जाता है।पूरी दुनिया से हर धर्म हर जाति के लोग उनके आस्ताने अजमेर शरीफ पहुंचकर नज़राना ए अक़ीदत पेश करते हैं।और अपने मन की मुरादों को मांगते हैं और पाते हैं इसीलिए अजमेर शरीफ भारतीय संस्कृति गंगा जमुनी तहजी़ब का प्रतीक है। इससे पहले हाफिज अब्दुल हादी ने नात व मनकबत पेश की।अंत मे हाफिज शाहिद रजा ने देश प्रदेश में शांति खुशहाली उन्नति अमनो अमान की दुआ की ।सभी आए हुए मेहमानों को लंगर तकसीम किया गया । इस मौके पर कारी राशिद हुसैन अजमल हुसैन ताहिर हुसैन मोहम्मद उमर मोहम्मद आलम नबी अहमद अमीरुल हसन आदिल सैफी शान मोहम्मद सौरभ सौरभ सौरभ सलमानी मुशाहिद हुसैन वगैरह मौजूद रहे।