ब्राह्मण महासभा की प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय हुए

बदायू। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक का आयोजन आज गोविंद बल्लभ पंत महाविद्यालय कछला में किया गया।
बैठक की अध्यक्षता महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं0 त्रिभुवन शर्मा द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष मुख्य अतिथि पं0 बीडी शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र पांडे, प्रदेश अध्यक्ष पं0 त्रिभुवन शर्मा के द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
त्रिभुवन शर्मा द्वारा बैठक के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि
एक जुट ब्राह्मण ही जातीय भेदभाव सहित सभी बुराइयों को मिटा सकते हैं, गाँव से शहर तक संगठन को मजबूत करना होगा, दहेज प्रथा को रोकना अति आवश्यक है, सभी जिला संगठन गरीव ब्राह्मणों की सूची बनाकर राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजें, जिससे उनका सामूहिक विवाह कराया जा सके। हर ब्राह्मण की चिंता करके उसे आगे बढ़ाना ही संगठन का लक्ष्य है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र पांडे जी ने कहा कि आज माँ वाप के अधिकारों पर सकंट है, वच्चे उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं, श्रद्धा कांड जैसे कांड माँ वाप की अवहेलना के परिणाम हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ0 वी0 पी0 शर्मा ने आरक्षण के कारण ब्राह्मणों सहित सभी सवर्णों के युवाओं के भविष्य की दुर्गति पर विचार रखे।
पूर्व विधायक प्रेम स्वरूप पाठक ने कहा कि ब्राह्मणों का अतीत गौरवशाली है और आरक्षण के बाबजूद ब्राह्मण युवा अपनी प्रतिभा के वल पर चमक रहे हैं।
इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष डॉ मधु भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक आगरा की समृद्ध विरासत का विमोचन किया गया।
डॉ मधु भारद्वाज ने कहा कि महिलाओं को जागरूक,शिक्षित,सक्रिय करते हुये संगठित करना ही उनका उद्देश्य है।
प्रदेश अध्यक्ष त्रिभुवन शर्मा ने सभी जिला, मंडल, प्रदेश व राष्ट्र के पदाधिकारियों का आपस में परिचय कराया
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बीपी शर्मा ने कहा कि आज के समय में यह अत्यंत आवश्यक है कि विद्यालयों में भगवान एवं महापुरुषों की जयंती पर छात्र छात्राओं को उनके विषय में बताकर उनके जीवन से प्रेरणा लेने की सीख दी जाए। उन्होंने आजादी में ब्राह्मणों के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।
रामनरेश उपाध्याय ने ब्राह्मण वर्ग के साथ शासन द्वारा की जा रही अनदेखी के लिए ब्राह्मण समाज को एकजुट होने की अपील की।

बैठक में निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किए गये।
1-भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाये।
2-जनपद शाहजहांपुर के जलालावाद का नाम बदलकर परशुराम पूरी रखा जाये।तथा भगवान परशुराम की जनस्थली को पयर्टन स्थल घोषित किया जाये।
3-सभी पुरोहित और पुजारियों को सरकारी खजाने से वेतन दिया जाये।
4-ब्राह्मण युवाओं को शिक्षा,राजनीति,न्याय,नौकरी,प्रमोशन में समान अवसर उपलब्ध कराए जाएं।सरकारों द्वारा ब्राह्मणों के साथ किया जा रहा जातीय भेदभाव समाप्त किया जाये।
5-सवर्ण आयोग का गठन किया जाये।
बैठक के अंत में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों का शाल उड़ाकर सम्मानित किया गया।बदायूँ के जिलाध्यक्ष अवनीश भारद्वाज ने पूर्व जिलाध्यक्ष स्वर्गीय पंडित रामशंकर भारद्वाज की पुण्य स्मृति में प्रतीक चिन्ह भेंट किये,आये हुये सभी पदाधिकारियों को अंग वस्त्र उढ़ाकर सम्मानित किया गया।
प्रदेश मंत्री राहुल चौवे ने बैठक में पधारे सभी प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
बीच बीच में भगवान परशुराम के जयकारों से बैठक स्थल गुंजायमान होता रहा।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष पंडित त्रिभुवन शर्मा और संचालन प्रदेश महामंत्री आचार्य राजेश शर्मा ने किया।
इस दौरान ब्रज प्रदेश उपाध्यक्ष कौशलानंद पांडे, मंडल महामंत्री अजय मिश्रा, क्षेत्रीय मंत्री भाजपा रजनी मिश्रा, जिला अध्यक्ष अश्वनी भारद्वाज, जिला मंत्री विनय चतुर्वेदी सुमित मिश्रा, संजीव तिवारी, आयुष भारद्वाज, अमित दुबे, विशाल दुबे, मुरारी लाल शर्मा, घनश्याम शर्मा सुरेश चंद्र कौशिक, बीपी शर्मा, गजेंद्र पांडे , मधु चौबे, अंजलि तिवारी समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।
