बाबा इंटरनेशनल स्कूल में हुई इंग्लिश कैलीग्राफी प्रतियोगिता

बिल्सी : आज बाबा इंटरनेशनल स्कूल में इंग्लिश कैलीग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ चेयरमैन नरेन्द्र बाबू वार्ष्णेय ने किया। इस प्रतियोगिता में कक्षा PG से 12 तक के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। विद्यार्थियों ने अक्षरों में मोती जड़कर अपने सुंदर लेखन का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने लेखन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इंग्लिश कैलीग्राफी में विद्यार्थियों के स्वच्छ लेखन पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रतिभागियों ने कौशल का प्रदर्शन करते हुए कैलीग्राफी (सुलेख) के सुंदर और मानक रूप की प्रस्तुति दी, जिसकी सभी ने सराहना की।
प्रतियोगिता में कक्षा PG से कार्तिक, कक्षा NC से अयांश, अहान खान, कक्षा KG से एकांश, शिवानी, कक्षा 1 से इंदु, कक्षा 2 से राधिका शर्मा, कक्षा 3 से देवांश यादव, कक्षा 4 से ख़ुशी यादव, कक्षा 5 से राशी, कक्षा 6 से रविया सिराज, कक्षा 7 से मानवी वार्ष्णेय, कक्षा 8 से यामिनी, कक्षा 9 से दिव्यांश माहेश्वरी, कक्षा 10 से अंशुल कुमार सिंह, कक्षा 11 से चेतना सिंह, कक्षा 12 से अक्षिता माहेश्वरी ने कक्षानुसार प्रथम स्थान प्राप्त किया।
चेयरमैन नरेन्द्र बाबू वार्ष्णेय ने बच्चों का उत्साहवर्द्धन करते हुए उन्हें सुंदर लेखन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सुंदर लेखन व्यक्तित्व में चार चांद लगाता है। कैलीग्राफी प्रतियोगिता विद्यार्थियों में भाषाई कौशल का विकास करने के साथ-साथ उनमें लगन, एकाग्रता और आत्मविश्वास जैसे गुणों का विकास करती है। इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने से विद्यार्थियों की प्रतिभा में निखार आता है। साथ ही अनुशासन की भावना जागृत होती है।
विद्यालय डायरेक्टर अनुज वार्ष्णेय एवं साधना वार्ष्णेय ने बच्चों की सराहना करते हुए कहा कि प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि करती हैं। इससे उनका मानसिक विकास भी होता है। इंग्लिश कैलीग्राफी प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं की लेखन कला को सजाने व संवारने के लिए महत्वपूर्ण है। भाषा शिक्षण कि पूर्णता के लिए भाषाई कौशल के साथ-साथ व्याकरण सम्मत मानक और आकर्षक लेख भी आवश्यक है। इससे विद्यार्थियों में विषय के प्रति रूचि और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास हेतु विद्यालय में विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है जो प्रतिस्पर्धा के दौर में उन्हें एक महत्वपूर्ण आधार प्रदान करती है। लिखावट एक ऐसी कला है, जो बच्चों को स्मार्ट बनाती है। उन्होंने कहा कि लिखकर किया गया कार्य दिमाग में अधिक देर तक रहता है। इसलिए विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेना जरूरी है।
इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में समस्त विद्यालय परिवार का योगदान रहा।
