जिला हॉस्पिटल के गिरताऊ पुराने भवन तोड़ कर बहुमंजिला जन उपयोगी भवन बने
बरेली। यू पी जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) के प्रदेश उपाध्यक्ष निर्भय सक्सेना ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पुन एक और मेल भेजकर प्रदेश के जिलों के सुनियोजित विकास के लिए नगर निगम, जिला परिषद, विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ संयुक्त कमेटी बने जो जनता केआए सुझाव का गुणदोष के आधार पर जनहित में योजना में शामिल करे। इसके साथ ही । मुख्य मार्ग के दोनो और बने अनियोजित जिला हॉस्पिटल बरेली महानगर में सरकारी टी बी हॉस्पिटल एवम सटे पुराने गिरताऊ हॉस्पिटल वाले भवन तोड़कर उस परिसर में जिला हॉस्पिटल के मल्टीस्टोरी आधुनिक वार्ड एवम बांसमंडी वाला राजकीय आयुर्वेदिक हॉस्पिटल भी शिफ्ट किया जाए। उत्तर प्रदेश का एकमात्र स्पाइनल इंजरी सेंटर भी बदहाल पड़ा है। मुख्य मंत्री योगी जी को भेजे मेल में पत्रकार निर्भय सक्सेना ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में जिलों के सुनियोजित विकास के लिए नगर निगम, जिला परिषद, विकास प्राधिकरण की भी अधिकारियों के साथ संयुक्त कमेटी बने जो जनता के हित में आए सुझाव का गुणदोष के आधार पर जनहित वाली महायोजना में शामिल करे। बरेली बीजेपी का गढ़ रहने के बावजूद सरकारी चिकित्सा क्षेत्र में अभी भी काफी पिछड़ा हुआ ही है। जिला हॉस्पिटल को अब महिला हॉस्पिटल की भांति ही अब नए भवन की नितांत जरूरत है जिसके लिए यहां काफी स्थान भी है। पुराने बर्न वार्ड, पैथोलॉजी, शवगृह, को तोड़कर बहुमंजिला भवन यहां बनाया जाए। निजी हॉस्पिटल की तर्ज पर पुराने भवन को गिरा कर नियोजित ढंग से नए बहुमंजिला भवन में बदलना होगा। जैसा पूर्व में महिला हॉस्पिटल में हो भी चुका है । साथ ही सड़क पार वाले स्थान पर बांसमंडी स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कालेज वाले भवन को भी लाना होगा। बांसमंडी स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के पुराने भवन में स्थान का काफी अभाव तो है ही। यहां बड़ा जनरेटर तक नही है। हॉस्पिटल में सीवर लाइन हर दिन चौक होती है। वर्षा में जल जमाव आम समस्या होती है। वहां पार्किंग भी नही है। बिजली जाने पर डॉक्टर तक परेशान होते हैं। हॉस्पिटल में हरियाली तो दूर दूर तक नहीं है । वाहन पार्किंग भी यहां एक समस्या है। हॉस्पिटल में उपरिगामी निर्माणाधीन पुल भी धनराशि खपाने का ही माध्यम बन रहा है। इसके लिए सरकारी जिला हॉस्पिटल के सड़क पार का स्थान बेहतर है। यहां के गिरताउ टी बी हॉस्पिटल एवम उससे सटे पुराने गिरताऊ भवन तोड़कर उस बड़े परिसर में जिला हॉस्पिटल के बहुमंजिला आधनिक वार्ड एवम बांसमंडी वाला आयुर्वेदिक हॉस्पिटल भी स्थानांतरित किया जाए। यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, सभी अधिकारी, डॉक्टर, कर्मी आवास के साथ ही बड़ा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी बनाया जाए। बरेली में भी आजादी का अमृत महोत्सव खूब मना। खेद है कि आजादी के 75 साल बाद भी आज तक बरेली जनपद में सरकारी मेडिकल कॉलेज तक नही खुल सका। एम्स की वर्षो पुरानी मांग भी फाइल में ही दबी पड़ी है। माननीय मुख्यमंत्री योगी जी को बरेली की जनता को सरकारी चिकित्सा की बेहतर सेवा देने के लिए बरेली में सरकारी मेडिकल कॉलेज, एम्स जैसा हॉस्पिटल देने की भी नितांत आवश्यकता है। स्मरण रहे उत्तर प्रदेश में बरेली बी जे पी का गढ़ रहा है। जहां बी जे पी के वर्तमान में 2 सांसद, 7 विधायक, मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी आपके साथ हैं। खेद के साथ कहना पड़ रहा ही कि आम जनता को सरकारी मेडिकल सेवा देने में बरेली जिला काफी पीछे है। सपा सरकार ने बरेली के पुराने शहर में एक सरकारी यूनानी कॉलेज को भी स्वीकृति दी थी। जिसको अब तक केवल हजियापुर में जगह ही मिली है। यूनानी हॉस्पिटल का निर्माण कई वर्ष से गति ही नहीं पकड़ पा रहा है जो भी कार्य वहां हुआ उस पर गुणवत्ता के अभाव की बात बीजेपी के नेता उठा चुके हैं। केंद्र सरकार का कर्मचारी राज्य बीमा निगम के 100 बेड हॉस्पिटल की भूमि पूजन के ढाई वर्ष बाद एक ईंट भी नही लगी है। महानगर के पास केंद्र सरकार के अधीन अधिकारिता मंत्रालय से श्रीमती मेनका गांधी के सांसद काल समय में बना उत्तर प्रदेश का एकमात्र स्पाइनल इंजरी सेंटर भी बदहाल पड़ा है। मेरा विनम्र सुझाव है की जिला हॉस्पिटल के टी बी हॉस्पिटल एवम उससे सटे पुराने गिरताऊ भवन तोड़कर उस बड़े परिसर में बहुमंजिला 100 बेड का एक नया आयुर्वेदिक हॉस्पिटल बनाया जाए ताकि बरेली की घनी आबादी को उसका लाभ मिल सके। इसके साथ ही नया बना कोविड हॉस्पिटल भी जल्द ही स्वास्थ विभाग को हैंडओवर कराया जाए। आशा है आप मेरे सुझाव पर संबंधित अधिकारियों को जनहित में उचित दिशा निर्देश जारी करने की कृपा करेंगे। अग्रिम धन्यवाद सहित।
निर्भय सक्सेना पत्रकार, मोबाइल 9411005249 8077710362। 0581 2588049 निवास 113, बजरिया पूरन मल, पटवा गली कॉर्नर, बरेली 243003