आजादी का 75 वां महोत्सव तिरंगा यात्रा के साथ मनाया
बरेली। भारत की आजादी का 75 वा महोत्सव तिरंगा यात्रा के साथ ही जश्न के रूप में मनाया गया। अमृत महोत्सव के इस कार्यक्रम मे पूरे देश में तिरंगा रैली निकाल कर आम जन को आजादी के जश्न से जोड़ा गया। मानव सेवा क्लब ने भी आजादी का रोटरी भवन में देशभक्ति गीत गाकर जश्न मना कर लोगो को तिरंगा वितरण किया था। यह क्लब के लोगो का सौभाग्य रहा की कि क्लब से जुड़े जनसेवा में रत आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी रहे राजेश गौड़ एवम महेश मेहरोत्रा का भी 15 अगस्त 1947 को जन्म हुआ था जिन्होंने बरेली मंडल को ही अपना कार्य क्षेत्र बनाया। दोनों ने ही बरेली में ही अपने कार्यस्थल और घर भी बनाए। मानव सेवा क्लब ने दोनो बुजुर्ग युवाओं शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने वाले महेश मेहरोत्रा एवम आकाशवाणी में रहे राजेश गौड़ का जन्म दिन मनाकर उन्हें सम्मानित कर उपहार भी दिए। राजेश गौड़ जी को सुनहरी माला एवम उपहार के रूप में मोमेंटो दिया गया। श्री महेश मेहरोत्रा जी को पगड़ी माला एवम “कलम बरेली की” पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। महानगर निवासी श्री राजेश गौड़ जी की आवाज से बरेली आकाशवाणी के सभी श्रोता परिचित ही हैं। बरेली को ही उन्होंने अपना कार्य स्थल बनाया। उनकी शादी भी बरेली में ही हुई । राजेश गौड़ का जन्म टेलीफोन विभाग (वी एस एन एल) में उप मंडलीय अधिकारी पद पर कार्यरत रहे स्वर्गीय सूर्य भान गौड़ एवम श्रीमती प्रेमा देवी के यहां ग्राम सेहतपुर बेरी, जिला बुलंदशहर में 15 अगस्त 1947 को हुआ था। श्री राजेश गौड़ की प्रारंभिक शिक्षा अपने पैतृक गांव में हुई। पिता सूर्य भान जी के टेलीफोन विभाग में तबादले होने पर उनकी शिक्षा मेरठ मुजफ्फरनगर, देहरादून आदि जिलों में हुई। मुजफ्फरनगर में ही राजेश गौड़ ने बी एस सी एवम कानून की शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 1976 में उनका आकाशवाणी, लखनऊ में चयन हुआ। तथा प्रथम पोस्टिंग गोरखपुर में मिली। 1977 में राजेश जी का तबादला नजीबाबाद में हो गया। इसके उपरांत आकाशवाणी में कार्यक्रम अधिकारी बनकर वह 1991में बरेली आ गए। और बरेली के बाद रामपुर आकाशवाणी से ही अगस्त 2007 में सेवानिवृत हुए। उनका विवाह बरेली के गंगापुर में 10 मई 1978 में आशा जी के साथ हुआ था। राजेश जी आजकल पत्नी श्रीमती आशा गौड़ के साथ महानगर, बरेली में निवास कर रहे हैं। उनकी पुत्री डॉ अभिलाषा गौड़ का विवाह भी हो चुका है। राजेश गौड़ एक अच्छे इंसान के साथ ही अच्छे कवि/गीतकार भी है।
आकाशवाणी पर आजकल भी उनके समसामयिक वार्ता, रोचक जानकारी देने एवम अन्य कार्यक्रम प्रात काल प्रसारित होते रहते है। 75 वर्षीय राजेश गौड़ जी चुनिंदा कवि गोष्ठी एवम मानव सेवा क्लब के कार्यक्रम में अपनी रचनाओं से लोगो का दिल जीत लेते है। बरेली के राजेंद्र नगर निवासी महेश चंद मेहरोत्रा अब 75 वसंत पार कर चुके हैं। श्री मेहरोत्रा पाकिस्तान के जंग जिला से अपने कपास की खेती करने वाले पिता ज्वाला दास मेहरोत्रा जंग जिले में “चौधरी” (मेयर जैसा सम्मान) के नाम से जाने जाते थे। बटवारे के समय ज्वाला दास मेहरोत्रा अपनी पत्नी विद्या देवीजी पूरे परिवार के साथ जंग जिला में जमा जमाया खेती का बड़ा कारोबार छोड़ कर रिफ्यूजी बनकर हरियाणा के कैथल आ गए थे। जहां भारत साकार ने उनके परिवार को रहने को कुछ जमीन भी दी। महेश जी बताते हैं कि उनके परिवार में मदन लाल एवम गोविंद लाल उनके बड़े भाई थे जिनका अब निधन हो चुका है। उनकी तीनों बहनों का भी निधन हो चुका है। कैथल के बाद उनका परिवार बरेली आ गया । पिता ज्वाला दास मेहरोत्रा ने बरेली के कैंट एरिया में एम ई एस में कुछ समय ठेकेदारी भी की। बाद में अपना कार्य क्षेत्र शाहजहांपुर के कटरा को बना लिया। श्री महेश चंद बताते हैं कि लगभग 60 हजार की आबादी वाले कटरा, तिलहर में एक ही सरकारी जूनियर हाई स्कूल था। जिस कारण बच्चों को शिक्षा के लिए शाहजहांपुर या बरेली की रिश्तेदारी में जाना पड़ता था। महेश चंद मेहरोत्रा का मन इस बात से विचलित होता था। इसके बाद उन्होंने आदर्श इंटर कॉलेज की कटरा में 1977 में स्थापना की जिसमे आजकल लगभग 2 हजार बच्चे पठन पाठन कर रहे हैं। बाद में उन्होंने 1988 में कटरा, तिलहर में ही आर्य कन्या इंटर कॉलेज की स्थापना की जिसे वर्ष 1992 में सरकारी मान्यता मिली।आजकल यहां लगभग 1200 छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। वह इस स्कूल के संस्थापक सदस्य हैं। पर स्कूल की कमाई को उसी में लगाते हैं। उनका कहना है की स्कूल के लाभांश का वह एक भी पैसा नहीं लेते। वह उनके लिए हराम है। पूरे क्षेत्र में आज इन दोनो स्कूल का नाम है। महेश चंद मेहरोत्रा के पुत्र विशाल, दीपक, रजत और बेटी शैली है। शैली का विवाह दवा कारोबारी अरोरा परिवार में हो चुका है। उनके पुत्र कटरा में खेती एवम कोल्ड स्टोरेज का कार्य देखते हैं। छोटा पुत्र रजत गुड़गांव में कारोबार करता है। बरेली में रहकर महेश चंद मेहरोत्रा जी के समाज सेवा का जज्बा आज भी कायम है। उनका कहना है कि शिक्षित समाज ही बड़ा बदलाव कर समाज को बहुत कुछ डी सकता है। आजकल मानव सेवा क्लब से जुड़ कर समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उनके पुत्र विशाल मेहरोत्रा भी समाज सेवी हैं। प्रो एन एल शर्मा, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, के एल वाष्णेय, निर्भय सक्सेना, अभय भटनागर, मुकेश सक्सेना, सतेंद्र सक्सेना, गुप्ता जी ने भी शुभकामनाएं दी।