बदायूं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान (1 जुलाई 2022 से 31 जुलाई 2022 तक) के अन्तर्गत चूहा एंव छछूंदर की रोक थाम हेतु ग्राम पंचायत गदगॉव विकास खण्ड विसौली में जिला कृषि रक्षा अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह गौर द्वारा चूहा एंव छछूंदर द्वारा फैलने वाली बीमारी स्क्रव टायफस के सम्बंध में जानकारी आयोजित गोष्ठी के माध्यम से दी है। उन्होनें उपस्थित गा्रम वासियों को बताया कि संचारी रोग के प्रसार के लिये अन्य कारकों के साथ-साथ चूहा एंव छछूंदर भी उत्तरदायी है। एक आंकलन के अनुसार 40 प्रति0 बीमारी स्क्रव टायफस के संक्रमण के कारण होती है। जिसके लिये चूहा एंव छछूंदर रोग वाहक का काम करते है। इनके अवागमन से इनके उपर लगे परजीवी झाडियों पर चिपक जाते है। जिससे मनुष्य में प्रकोप की सम्भावना रहती है। अतः इनकी रोकथाम के लिये प्रभावी उपाय अपनाकर नियंत्रण किया जा सकता है। 1-चूहों की संख्या को नियंत्रित करने के लिये अन्न भंडार पक्का, कंकरीट तथा धातु से बने पात्रों में करना चाहिये। 2-चूहे अपना बिल झाडियों,कूडों एवं मेंडों आदि में स्थाई रूप से बनाते हैं अतः खेतों का समय-समय पर निरीक्षण एवं साफ सफाई करते रहना चाहिये 3-चूहेदानी का प्रयोग करके उसमें आकर्षक चारे का प्रयोग कर चूहों को फंसा कर मार देने से चूहों को नियंत्रित किया जा सकता है। 4-घरों में ब्रोमोडियोलान 0.005 प्रतिशत अथवा जिंक फास्फाइड 56 प्रतिशत की 1 ग्राम मात्रा, 1 ग्राम सरसों का तेल तथा 48 ग्राम भुने चने के आटे से बने चारे की 10 ग्राम मात्रा प्रत्येक जिन्दा बिल में रखने पर चूहे दवा को खाकर मर जाते हैं।