बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव बैरमई बुजुर्ग में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन एटा से पधारे कथावाचक जयपाल शास्त्री ने सुदामा चरित्र का वर्णन एवं संपूर्ण विवाह वर्णन किया। उन्होंने कहा कि सच्चा मित्र वही होता है, जो विपत्ति के समय काम आए तथा संसार में सबसे धनवान वही है, जिसके पास रामनाम रूपी धन है। कृष्ण-सुदामा की मित्रता संसार में इसका उदाहरण है। कथा में सत्संग महिमा का भी वर्णन किया गया। इस दौरान राधा-कृष्ण की सुंदर झांकी भी सजाई गई। भजनों पर श्रोतागण झूमते रहे। कथावाचक ने यहां कई अन्य प्रसंग भी सुनाएं। इस मौके पर लाल बाबा, रामचंद्र, श्याम बहादुर शाक्य, जगदीश चंद्र, चंद्रपाल सिंह, देशराज सिंह, यादराम, जीरसिंह, गंगासिंह, किशोरी लाल शाक्य आदि मौजूद रहे।