सहसवान – एनएचएम संघ के प्रतिनिधि मण्डल रविवार ने अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों व आशा बहुओं हेतु 5 बिंदुओं का मांगपत्र सौंप कर अपनी निम्न मांगों उनके समक्ष रखा, 1: वेतन विसंगति दूर न होने की वजह से कर्मचारियों को वेतन विसंगति का सामना करना पड़ रहा है जबकि वेतन विसंगति दूर करने के लिए 2016 से निरंतर भारत सरकार से मानव संसाधन का बजट के अतिरिक्त 3% बजट भेजा जाता है ताकि वेतन विसंगति दूर की जा सके। 2. नियमित नियुक्तियों में निकलने वाली नौकरी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत अधिकारी एवम कर्मचारियों को उम्र सीमा में छूट और 5% प्रत्येक वर्ष का वेटेज (राजस्थान और बिहार सरकार में लागू नीति,स्टाफ नर्स और एन ए एन एम उत्तर प्रदेश सरकार में लागू नीति) की नीति निर्धारित करने के कृपा करे। बिहार पॉलिसी में संविदा कर्मचारियों के लिए दो सिफारिश हैं- क. 65 साल की उम्र तक नौकरी ख. नियमित कर्मचारियों की तरह वेतन व अन्य सुविधाएं दी जायें। 3. एनएचएम में आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत कर्मचारियों को भी संविदा के तहत समायोजित करने की कृपा करें। 4.पूर्व में लागू ट्रांसफर नीति को दुबारा शुरू करने की कृपा करें। 5. प्रदेश में कार्यरत 1.5 लाख आशा बहुओं हेतु उचित मानदेय निर्धारित करने की कृपा करें। मुख्यमंत्री जी ने संगठन प्रतिनिधिमण्डल को इन समस्याओं के निस्तारण हेतु अश्वासित किये और माह अप्रैल में स्थानान्तरण प्रक्रिया प्रारम्भ करनें का भी आस्वासन दिये , राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रादेशिक प्रतिनिधिमंडल में संघ के प्रदेश अध्यक्ष ठा0 मयंक प्रताप सिंह, महामंत्री डॉ0 तव्वाब, प्रदेश प्रवक्ता आदित्य भारती, डॉ0 सत्यार्थ, राम प्रताप सिंह, नीरज सोनी शामिल थे। उक्त जानकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष कृष्ण वल्लभ चतुर्वेदी, जिला संरक्षक डा0 एच के दिनकर, जिला महासचिव डा 0 प्रभाकर मिश्र,जिला शंगठन मंत्री डा अरविन्द धवल, सह शंगठन मंत्री नाजिम, जिला सह संयोजक केशव उपाध्याय व जिला मीडिया प्रभारी शत्रुघ्न,जिला महामंत्री अशोक माथुर द्वारा दी गई । *