रिसौली में भागवत कथा का चौथा दिन बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव रिसौली में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक दुष्यंत शास्त्री ने कहा कि संसार में सबसे बड़ा रिश्ता भाई होता है। सभी से रिश्ता टूट सकता है,मगर भाई का रिश्ता आसानी से नहीं टूटता है। रामायण भी इसी का संदेश देती है। जब कैकेयी ने राजा दशरथ से राम को चौदह वर्ष का वनवास और भरत को राजगद्दी को मांगा तो भगवान राम ने अपने पिता की आज्ञा पर वन जाने के लिए तैयार हो जाते है तो उनके छोटे भाई लक्ष्मण भी उनके साथ वन जाने को तैयार हो जाते है। इस दृश्य को देख कर सभी के मन में एक ही विचार आया कि प्रेम हो तो राम-लक्ष्मण भाईयों जैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसार में सब कुछ करना लेकिन भाई को कभी मत भूलना। जिसका भाई बिछड़ जाए उसकी पराजय निश्चित है। हमेशा बड़ों का सम्मान करो झुकना सीखो। जैसे फलदार वृक्ष फल आने के पर झुक जाता है और पानी देने वाला नल जब उसका हत्था नीचे की तरफ झुकाओगे तो उसे पानी निकलेगा जिससे हमारी प्यास बुझेगी और जब हत्थे को ऊपर उठाओगे तो केवल प्रेशर बनेगा पानी नहीं निकलेगा। इसीलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि अगर किसी से कुछ ज्ञान लेना सीखना है तो छोटा बनना पड़ता है। श्रीभद्भागवत गीता में जब दुर्योधन श्रीकृष्ण के पास सहायता के लिए गए तो उनके सिराहने जाकर खड़े हो गए लेकिन दूसरी तरफ अर्जुन उनके पैरों की तरफ खड़े थे तो भगवान ने दुर्योधन को सेना ने दी लेकिन अर्जुन के साथ स्वयं सारथी बन के तैयार हो गए। जिसके साथ भगवान स्वयं हैं उसका विनाश कौन कर सकता है। कथा के बीच-बीच में श्रीकृष्ण के मधुर गए भजनों का भी भक्तों ने पान किया। इस मौके पर महेश चंद माहेश्वरी, गंगा सिंह सिसोदिया, रामरतन कश्यप, विनोद सिंह, अरुण सिसोदिया, ऋषिपाल सिसोदिया, कमलेश, हरिशंकर शर्मा, दिलीप माहेश्वरी, संजीव सिसोदिया, रोहित सिसोदिया, शुभेंद्र गुप्ता, कौशल सिसोदिया आदि मौजूद रहे।