एक फरवरी से ट्रेनों में बहाल, फीडबैक लेने के बाद तैयारी में जुटा आइआरसीटीसी

वाराणसी। कोरोना काल में दस महीने से बंद रेलवे की ई- कैटरिंग सेवा एक फरवरी से बहाल कर दी जाएगी। रेलवे बोर्ड ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन) अनुबंधित होटल, रेस्टोरेंट और फर्म से फीडबैक लेने के बाद इसकी तैयारी में जुट गया है। शर्त के अनुसार भोजन की सप्लाई करने वाले वेंडर को कोरोना वायरस से बचाव से जुड़ी केंद्र और स्थानीय प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करना होगा। उत्तर क्षेत्र के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि एक फरवरी से ट्रेनों में ई- कैटरिंग सेवा बहाल करने की तैयारी चल रही है।

वैश्विक महामारी के चलते रेलवे प्रशासन ने ऐतिहासिक कदम उठाया था। ट्रेनों का परिचालन पूरे चार महीने बन्द रहा। हालांकि एक जून 2020 से अनलॉक के तहत गिनी चुनी ट्रेनें चलाई गई। लेकिन एहतियातन कैटरिंग की सुविधा बंद रखी गई। बाहर से खाना मंगाने की मनाही थी। लिहाजा यात्रियों को घर का पका भोजन लेकर निकलना पड़ता था। धीरे- धीरे यात्रियों का दबाव बढ़ते ही रेलवे प्रशासन कोरोना वायरस से प्रभावित सुविधाओं में विस्तार करने का विचार कर रहा है।आइआरसीटीसी ने सभी प्रमुख शहरों के होटल और रेस्टोरेंट्स से अनुबंध किया है कि वे ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को उनकी पसंद का खाना उपलब्ध कराएं। ऐसे में किसी भी शहर से ट्रेन में बैठने वाले यात्री आइआरसीटीसी पोर्टल के जरिए आने वाले किसी भी शहर में उपलब्ध होटल और रेस्टोरेंट से पसंद का खाना मंगा सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बाद से रेलवे ने ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया था।

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