गुरुकुल काव्य कलश में षटवदन शंखधार की कविता हुई प्रकाशित
बदायूँ:छंद साधक एवम् छंद मर्मज्ञ मनीषी देश के वरिष्ठ साहित्यकार गुरू सक्सेना मध्यप्रदेश का लोकप्रिय वाहटसप ग्रुप गुरुकुल पर छंद साधना का सारस्वत अनुष्ठान उनके जन्मदिन 7 सितंबर 2019 को शुरू किया गया था जिसमें रचनाकारों को समस्या पूर्ति के माध्यम से छंदों पर लगातार काम किया जा रहा है छंदों के सृजन हेतु गुरूकुल से प्रेरणा और दिशा दोनों ही लगातार प्राप्त हो रही है इस अनुष्ठान के एक वर्ष पूर्ण होने पर गुरू सक्सेना के संरक्षण में गुरूकुल काव्य कलश का संकलन प्रकाशित किया गया है जिसमें देश के ख्यातिलब्ध साहित्यकार शामिल किये गये है और उनका सूक्ष्म परिचय और रचनाये प्रेषित की गई है
जिसमें बदायूं जनपद से षटवदन शंखधार के छंदों को भी इस संकलन में शामिल किया गया है इस संकलन के माध्यम से छंद वध कविता के संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करेगी यह संकलन साहित्यकारों के लिए रसानंद प्रेरक और दिशाबोधक सिद्ध होगा इस संकलन का संपादन देश के बड़े कवि सुरेन्द्र यादवेन्द्र और डां विवेक सक्सेना मध्यप्रदेश ने किया है इस संकलन में प्रमुख रूप से ओम नीरव लखनऊ,लोकेश महाकाली, शशिकांत यादव संचालक,मनोहर मनोज , कैलाश जोशी , मनीष तिवारी, अरूण दीक्षित जैसे धुरंधर रचनाकार शामिल हैंबदायूं के सभी साहित्यकारों ने षटवदन शंखधार के लिए बधाई शुभकामनाएं दी और उन्होंने अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मेरी रचना देश के बड़े-बड़े साहित्यकारों के साथ शामिल की गई है
