कुतुबखाना एवम डेलापीर के वाई शेप पुल बनने से ही राह होगी आसान : निर्भय सक्सेना
बरेली। प्रदेश में विधानसभा 2022 के चुनाव के परिणाम ने दिखा दिया की आम नागरिक जाति धर्म से ऊपर उठकर विकास कार्य को ही अब अधिक महत्व दे रहे है। अब योगी 2 की नई सरकार में बरेली में कुतुबखाना एवम डेलापीर के वाई शेप पुल बनने पर ही जाम की समस्या की राह कुछ आसान होगी अन्यथा उसका हाल भी चौपला या आई वी आर आई के पुल जैसा ही होगा जिसमे दुर्घटना की आशंका हर दम बनी रहती है। बरेली शहर में तीसरी बार बीजेपी के डॉ. अरुण कुमार ने भारी मतों से जीत दर्ज कराई। यही कारण रहा की कुतुबखाना पुल का विरोध करने कथित मुट्ठी भर लोगो ने समाचार पत्रों में आधा आधा पेज के विज्ञापन देकर चुनाव में नोटा का बटन दबाकर बीजेपी को हराने तक की अपील कर डाली थी। चुनाव में बरेली शहर सीट पर नोटा में मात्र 1167 लोगो ने ही गुमराह होकर नोटा का बटन दबाया। बरेली शहर में कुतुबखाना पुल की बाई शेप वाली मांग काफी पुरानी है। कुतुबखाना के साथ ही डेलापीर एवम किला क्रासिंग पर वाई शेप का एक नया पुल बनाना आज की जरूरत भी है। पूर्व मेयर डॉ आई इस तोमर ने पूर्व में पत्रकारों से कहा था कि जब तक जिला परिषद रोड पर कुतुबखाना पुल की रोड नहीं उतरेगी यह कुतुबखाना पुल बेमानी ही साबित होगा। कोहड़ापीर से कुमार टाकीज के आसपास पुल की विंग उतरने से कोहाड़ापीर की और से आने वाला यातायात जिला हॉस्पिटल कोतवाली के सामने से अपने गंतव्य पर जायेगा। उसी प्रकार कुतुबखाना की दिशा में जाने वाला यातायात नावल्टी चौराहे से उपजा प्रेस क्लब के पास से मुड़कर इस्लामिया स्कूल होकर जिला परिषद रोड से होता हुआ पुल की विंग पर चढ़कर कुतुबखाना होकर कोहाड़ापीर पर निकाल दिया जाएगा। भारत की ड्राइविंग भी इसी के अनुकूल है। इससे आमने सामने का टकराव भी बचेगा। इसलिए जरूरी है की जिला परिषद रोड पर भी कुतुबखाना पुल की एक विंग उतारी जानी चाहिए। इससे कुतुबखाना पुल जाम कम करने में सफल होगा । इसके साथ ही बरेली स्मार्ट सिटी में कुतुबखाना सब्जी मंडी, श्यामगंज सब्जी मंडी, किला, तहसील परिसर में कचहरी में वाहन पार्किंग की भी आज नितांत जरूरत है। स्मार्ट सिटी बरेली में अब तक जनहित का कोई भी कार्य धरातल पर भी नही उतरा है। कुछ समय बाद वर्षा शुरू होगी। फिर त्योहारी मौसम के बाद नगर निगम चुनाव की आचार संहिता लग जायेगी। अब उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की विकास कार्य वाली सरकार बनाने को जनादेश मिल चुका है। बरेली में तीसरी बार बीजेपी के विधायक बने डॉ. अरुण कुमार को इस बार मंत्री मंडल में वन राज्यमंत्री का स्थान भी मिला है। मुख्यमंत्री योगी जी ने धर्मपाल सिंह को भी अपने मंत्रिमंडल में पुना स्थान दिया है। स्मरण रहे बरेली स्मार्ट सिटी घोषित हुए कई वर्ष बीत गए पर बरेली में हाल यह है कि अधिकतर आला प्रशानिक एवम पुलिस अधिकरियों ने पिछले बार जनप्रतिनिधियों की बात कम ही सुनी थी। ऐसा उनका आरोप था । इसका दर्द पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार भी व्यक्त कर चुके थे। हाल यह कि बरेली मंडल में आज ही में हुए विधानसभा चुनाव 2022 में भी भाजपा में देश प्रदेश के सत्ताशीर्ष की प्रथम द्वितीय लाइन तो छोड़ उसके अगली लाइन में भी किसी पुराने भाजपा नेता को स्थान नहीं मिल सका था जबकि बरेली जिले के सभी सांसद, 7 विधायक, एम एल सी, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर तक कि सीट जनता ने बीजेपी की वर्तमान सीट भाजपा को ही दीं थी। 2022 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी को बरेली में सात सीटें इस बार मिल गईं। भाजपा से 8 बार के सांसद संतोष कुमार गंगवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा के संसद की फाइनेंशियल कमेटी का चैयरमेन, राजेश अग्रवाल को उत्तर प्रदेश मंत्री मंडल से हटाकर बीजेपी का राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पद पर सरका दिया गया था। बरेली में स्मार्ट सिटी के काम तो अभी धरातल तक पर नहीं आये हैं। स्मार्ट सिटी का दर्जा पाया बरेली शहर आज भी बदहाल गड्ढादार सड़कों, चोक नाले नालियो, हर सड़क चोराहे पर जाम, कुतुबखाना उपरिगामी पुल एवम हवा हवाई कूड़ा निस्तारण प्लांट की योजना वाली घोषणाओ के प्रोजेक्ट बनने का ही अभी इंतजार ही कर रहा है। jaki बरेली कैंट में कूड़ा निस्तारण प्लांट लग गया। शहर में कोई भी वाहन पार्किंग की जगह अभी तक चिन्हित नहीं होने से जिला अधिकारी कार्यालय, कचहरी, जेल रोड, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, सिविल लाइन, श्यामगंज, किला, बड़ा बाजार आदि में भयंकर जाम जैसी स्थिति दिन भर बनी रहती है। स्मार्ट सिटी में अभी वहां पार्किंग की कोई जगह या योजना भी नही बनी है। ऐतिहासिक मोती पार्क का भी बेड़ागर्क हो रहा है। सब मोन हैं। चाहवाई, बजरिया पूरन मल के निवासी साफ पेयजल नही मिलने से भी परेशान है।
निर्भय सक्सेना, मोबाइल 9411005249