सोशल मीडिया पर रखी जाए पैनी नज़र : चुनाव प्रेक्षक

बदायूं। 113 विधानसभा क्षेत्र सहसवान के चुनाव प्रेक्षक मुरलीधर मलिक ने चुनाव व्यय लेखा की नोडल अधिकारी/अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) ऋतु पुनिया के साथ सोमवार को सूचना भवन पहुंचकर एमसीएमसी, पिं्रट, इलैक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया की संवीक्षा एवं सत्यापन के कार्यां का गहनता से निरीक्षण किया।
चुनाव प्रेक्षक ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि पिं्रट, एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापनों एवं पेड न्यूज पर विशेष नज़र रखी जाए। विज्ञापन एवं पेड न्यूज प्राप्त होने की दशा में उस पर व्यय का आंकलन कर प्रतिदिन प्रभारी निर्वाचन व्यय लेखा को उपलब्ध कराई जाए। सोशल मीडिया की संवीक्षा के लिए जिला सूचना कार्यालय में अतिरिक्त कम्प्यूटर की स्थापना कराकर उस पर प्रत्याशियों व उनके सम्बंधियों एवं समर्थकों के फेसबुक, ट्वीटर, इंट्राग्राम, यूट्यूब एवं पोर्टल आदि के एकाउंट खंगाले जाएं। प्रिंट एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में निर्वाचन के दौरान निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा जारी किए जाने वाले विज्ञापनों को बिना एमसीएमसी टीम के अवलोकन के प्रकाशित एवं प्रसारित न कराए जाएं।
तत्पश्चात उन्होंने विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 के कॉल सेंटर/कन्ट्रोल रूम एवं समन्वय/हेल्प लाइन शिकायत/शिकायत अनुश्रवण एवं शिकायत सम्प्रेषण सेल का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने ऑनलाइन/ ऑफलाइन व फोन नम्बर 1950 पर प्राप्त होने वाली शिकायतों एवं उनके निस्तारण के सम्बंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि प्राप्त समस्त शिकायतों को पोर्टल पर तुरंत अपलोड किया जाए, जिससे वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत व उसके निस्तारण के सम्बंध में जानकारी रहे। प्रेक्षक को अवगत कराया गया कि ऑफलाइन के अलावा सी विजिल एप, कंट्रोल रूम नम्बर 1950, हेल्पलाइन नम्बर 1077, फोन नम्बर 05832-266114, ईमेल आईडी कम्प्लेंट ईएलईबीडीएन 2022 ऐट दी रेट जीमेल डॉट कॉम व व्हाट्स एप नम्बर 9044990153 के माध्यम से चुनाव से सम्बंधित कोई भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव में खड़े उम्मीदवारों का अपराधिक रिकॉर्ड देखने के लिए केवाईसी एप लॉन्च किया है। नो योर कैंडिडेट (केवाईसी) एप से कोई भी व्यक्ति मोबाइल से उम्मीदवारों का अपराधिक रिकॉर्ड देख सकता है।
सी-विजिल, (नागरिक सतर्कता) नागरिकों के लिए निर्वाचनों के दौरान आदर्श आचार संहिता और व्यय के उल्लंघन की रिपोर्ट करने हेतु मोबाइल ऐप है। ’सी-विजिल’ का अभिप्राय नागरिक सतर्कता से है और इसमें नागरिकों द्वारा निर्वाचनों के स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष संचालन के लिए परस्पर सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका निभाने पर बल दिया गया है।
प्रेक्षक ने कहा कि चुनाव के दौरान लोग सी-विजिल ऐप डाउनलोड कर इसका इस्तेमाल करें। अगर चुनाव सम्बंधी कोई शिकायत है तो लोग इसके जरिए शिकायत करें चुनाव आयोग एक्शन लेगा। चुनाव आयोग ने सी-विजिल ऐप को चुनावों में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए तैयार किया है। इस ऐप की मदद से वोटर चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी दे सकते हैं। ऐप के जरिए नेताओं के द्वारा दिए गए विवादित बयानों की भी शिकायत की जा सकती है।