बिल्सी। नगर के बादशाहपुर रोड पर प्रकाश पाली के मैदान पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के आठवें दिन कथावाचक पप्पू शास्त्री ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण के मथुरा गमनए कंस वध एवं रुकमणि विवाह का प्रसंग सुनाया। कंस वध के विषय पर उन्होंने कहा कि अधर्म का नाश कर धर्म की रक्षा करने के संकल्प के साथ ही भगवान इस धरती पर अवतरित हुए थे। उन्होंने अपने मामा कंस का वध करके बुराई पर अच्छाई का संदेश दिया। कंस मन का प्रतीक है। आज भी वह प्रत्येक मानव को बुराईयों की ओर ले जा रहा है। इसका प्रमाण हैए हमारा वर्तमान समाजए आज समाज में बढ़ता हुआ पाप और भ्रष्टाचार मानव मन की देन है। प्रत्येक मानव अपने स्वार्थ की पूर्ति करना चाहता है फिर वो मार्ग पाप का ही क्यों न हो। इसलिए संतों ने कहा है कि मन शिक्षा से नहीं बल्कि दीक्षा से नियंत्रित होता है। मनुष्य की मनए बुद्घि और सोच के अनुसार धर्म की अनेक परिभाषाएं है। इस मौके पर प्रकाश पालीए जगदीश पालए हिमांशु कुमारए प्रेमशंकरए दीपकए वीरेंद्र कुमारए नन्हे लालए रोहिताश आदि मौजूद रहे।