देवबंद में CBI के DSP के घर CBI का छापा, तीन दिन पूर्व इस मामले में हुए थे निलंबित
सहारनपुर। देवबंद की पंजाबी कालोनी में स्थित निलंबित डीएसपी के घर छापा मारने के पीछे रिश्वत कांड है। देवबंद के रहने वाले सीबीआइ के निलंबित डीएसपी राजीव ऋषि पर भी आरोप है कि उन्होंने 30 लाख रुपये रिश्वत ली। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसी रिश्वत की रकम को बरामद करने के लिए निलंबित डीएसपी के घर पर सीबीआइ ने बुधवार को छापेमारी की। हालांकि रकम मिली है या नहीं। इस बारे में कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है। एसएसपी डा. एस चन्नपा केवल यह पुष्टि कर रहे हैं कि सीबीआइ आई है और टीम ने सीबीआइ के निलंबित डीएसपी के घर पर छापेमारी की है। दरअसल, वर्ष 2018 में तीन निजी कंपनियों ने कई बैंकों से फ्राड करके लोन लिया था। इन तीनों कंपनियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। जिसकी जांच सीबीआइ कर रही है। हाल ही में सीबीआइ ने दिल्ली, ग्रेटर नोएडा आदि 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। जिसमें सुबूत मिले थे कि देवबंद के रहने वाले सीबीआइ के डीएसपी राजीव ऋषि, इंस्पेक्टर कपिल धनखड़ ने 55 लाख रुपये निजी कंपनियों से रिश्वत ली है। जिसके बाद इंस्पेक्टर को उसी समय निलंबित कर दिया था और डीएसपी पर कार्रवाई को मंत्रालय को पत्र लिखा था।जिसके बाद डीएसपी राजीव ऋषि को निलंबित कर दिया था। अब सीबीआइ की टीम रिश्वत की रकम को बरामद करने के लिए देवबंद में पहुंची है। बता दें कि इस मामले में मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए सीबीआइ इंस्पेक्टर कपिल धनखड़, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात स्टेनोग्राफर समीर कुमार सिंह, सीबीआइ डीएसपी आरके सांगवान, आरके ऋषि को निलबित कर दिया है। सीबीआइ ने बैंकों के साथ फ्राड करने के मामले में रिश्वत लेकर सूचनाएं लीक करने वाले गाजियाबाद सीबीआइ एकेडमी में तैनात डीएसपी आके ऋषि, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात इंस्पेक्टर कपिल धनखड़, स्पेशल क्राइम यूनिट में तैनात डीएसपी आरके सांगवान, बैंक सिक्योरिटी एंड फ्राड सेल में तैनात स्टेनोग्राफर समीन कुमार सिंह, दो वकील अरविंद कुमार गुप्ता, मनोहर मलिक के खिलाफ एफअाइआर दर्ज की है। इसी एफआइआर को माध्यम बनाकर सीबीआइ ने देवबंद स्थित निलंबित डीएसपी राजीव ऋषि के घर पर छापेमारी की है।




















































































