भाजपा नेता रजनीश पाठक ने भाजपा छोड़ थामा सपा का दामन

सहसवान । भाजपा नेताओं की आपसी गुटबाजी के चलते भाजपा नेता रजनीश पाठक ने थामा सपा का दामन जिसके चलते भाजपा को आने वाले चुनाव हो सकता है भारी नुकसान कुछ भाजपा पदाधिकारियों से जनता नहीं है खुश ,छुटभेय्या नेता पार्टी नीतियों व उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने मे नाकाम अपनी ही जेब भरने लगे हैं । इसी के चलते भाजपा नेता रजनीश पाठक ने सपा का दामन थाम लिया जिसकी नगर में व्यापक चर्चा रही जनता के बीच जमीनी पकड़ रखने वाले रजनीश पाठक ने लोकसभा चुनाव में भी सांसद संघमित्रा मौर्य के लिए भी जनता से वोट दिलाने में जी जान से मेहनत की जनता में अलग पहचान रखने वाले रजनीश पाठक ने पूर्व में रहे सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के साथ अपने सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच कर एक बैठक कर सपा में शामिल हो गए ।

बताते चलें लोकसभा भाजपा को चुनाव लड़ाने में रजनीश पाठक की अहम भूमिका रही जब से वह भाजपा में शामिल हुए जब से चुनाव जिले स्तर का रहा हो चाहे नगर स्तर का हर चुनाव को जी जान से लड़ाने में उनकी अहम भूमिका रही है! आखिर ऐसी क्या वजह है! जिससे आम जनता भाजपा कार्यकर्ता भाजपा को छोड़ सपा में शामिल होता दिखाई दे रहा है । मिली जानकारी के मुताबिक इसके अलावा क्षेत्र के ग्राम इब्राहिमपुर गढ़ी निवासी भाजपा मंडल उपाध्यक्ष दुर्ग पाल सिंह यादव, क्षेत्र पंचायत सदस्य रोहताश यादव, एवं भाजपा नेता सुनील यादव, ने छोड़ सपा का दामन थाम लिया अगर ऐसा ही सब कुछ चलता रहा तो इसका असर आगामी चुनाव में देखने को मिल सकता है! वही सहसवान में अपने आप को भाजपा नेता कहने वाले कई नेता लगातार भाजपा से जनता को जोड़ने की बजाए तोड़ने का काम कर रहे है । इन भाजपा नेताओ का जमीनी स्तर पर कोई बजूद नहीं है और पार्टी से जुड़े हुए हैं । जबकि रजनीश पाठक जनता मे अच्छी पकड़ रखते हैं । कुछ चुटभेय्या नेता अपने बार्ड मे चुनाव नहीं जीत सकते वह अपने लिए भाजपा का बरिष्ठ नेता बताकर अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोवल गिराने का काम कर रहे । जबकी भाजपा नेता रजनीश पाठक ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी भाजपा की नीतिओ जन जन तक पहुंचाने का काम किया ।लेकिन उसके बाद भी गुटबाजी के चलते उन्हे उचित सम्मान नहीं मिला जिसके चलते उन्होने भाजपा छौड़ दर्जनो कार्यकर्ताओं के साथ सपा का दामन थाम लिया ।
