ट्रेन के आगे छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले टैक्सी ड्राइवर की मौत
शाहजहांपुर। ट्रेन के आगे छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले टैक्सी ड्राइवर की 11 घंटे तक असहनीय पीड़ा से जूझने के बाद मौत हो गई.मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल ड्राइवर को जिंदा देखकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. 11 घंटे तक डॉक्टर ड्राइवर के शरीर को खून देकर उसकी जान बचाने जुटे रहे, लेकिन उसकी देर रात मौत हो गई.
थाना रोजा के स्टेडियम के पास यहां टैक्सी चालक हर्षवर्धन वेतन न मिलने से परेशान था. पता चला है कि ग्राम हथौड़ा बुजुर्ग निवासी 19 साल का हर्षवर्धन अपनी मां से पैसे लेकर घर से निकला था. हर्षवर्धन ने तेजी से आ रही ट्रेन के आगे छलांग लगा दी. आत्महत्या के लिए लगाई छलांग से हर्षवर्धन का शरीर दो टुकड़ों में कट गया. आधा हिस्सा कटने के बाद पास में एक नाले में बह रहे पानी में चला गया, जहां उसका ब्लड रुक गया. इस दौरान मालगाड़ी के चालक ने उसे जिंदा देखा, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी.
डाॅक्टरों ने की जान बचाने की जीतोड़ कोशिश
पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. शरीर के दो टुकड़े होने के बावजूद भी वह अभी भी जिंदा था. जिसके चलते डॉक्टर उसे लगातार खून देकर उसकी जान बचाने में जुटे रहे. उम्मीद भी की जा रही थी कि यह युवक अब जिंदा रहेगा. 11 घंटे तक डॉक्टर ड्राइवर के शरीर को खून देकर उसकी जान बचाने जुटे रहे लेकिन उसकी देर रात मौत हो गई.
