डीएम एसएसपी ने संपूर्ण समाधान दिवस में सुनी जन शिकायतें
बदायूँ। मौहल्ला चैधरी निवासी अफजाल ने डीएम से शिकायत की है कि पूर्व चेयरमैन नूरउद्दीन के भाई शहाबुद्दीन, गयासुद्दीन एवं निहालुद्दीन पुत्रगण बख्त्यार उद्दीन, जो दबंग व प्रभावशाली हैं। शहाबुद्दीन, गयासुद्दीन एवं निहालुद्दीन ने अपने पिता का नाम बख्त्यार उद्दीन के स्थान पर जलालुद्दीन बनाकर एवं अपनी-अपनी पत्नियों के नाम बदलकर शस्त्र लाइसंेस बनवा लिए हैं तथा ग्राम सभा की ज़मीन के पट्टे कराकर करोड़ो रुपए में बेच दिए हैं। डीएम ने उपजिलाधिकारी को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत एवं उपजिलाधिकारी लाल बहादुर सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में तहसील सहसवान में आयोजित किया गया एवं गरीब, मजदूर व मजबूर लोगों को कम्बल भी वितरित किए गए।
मौहल्ला काजी निवासी इनामुर्रहमान एवं इफ्फत खान ने शिकायत की है कि हमारा खेत कस्बा पट्टी यकीन मुहम्मद बाहर चुंगी में स्थित हैं। हम दोनों के खेतों के बीच गाटा संख्या 1035 जो तौफीक अहमद पुत्र अनीस अहमद का खेत है, जिसका 0.114 है, जिसके बीच 15 मीटर चैड़ा पीडब्ल्यूडी का रोड भी निकला हुआ है। पीडब्ल्यूडी का रोड बनने के बाद तौफीक अहमद के खेत का रकबा काफी कम हो गया है। परन्तु मौके पर इनके द्वारा हम दोनों के खेतो का रकबा अपने खेत में मिला लिया है एवं उस पर निर्माण कराने हेतु ईटें आदि भी डलवा दी गई हैं। तौफीक अहमद से बात करने पर वह पूरे रकबे पर निर्माण करने पर अमादा हैं। प्रार्थी ने निवेदन किया है कि तौफीक अहमद के खेत गाटा संख्या 1035 की राजस्व विभाग से पैमाइश कराकर उनको अपने रकबे में ही निर्माण कराने की स्वीकृति प्रदान करंे, यदि पैमाइश कराने पर हम लोगों के खेत में उनका रकबा निकलता है, तो हम तत्काल उनको वापस करने पर राजी हैं। डीएम ने तहसीलदार को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
ग्राम अल्हेदादपुर निवासी दिनेश कोरी ने शिकायत की है कि मैंने पैमाइश के लिए शिकायत की थी, उस पर लेखपाल ने दूसरे पक्ष से मिलकर पैमाइश गलत कर दी है, जो मेरा ग्राम अल्हेदादपुर धोबई गाटा 115 रकबा 0.2530 है। प्रार्थी ने उच्चाधिकारी की मौजूदगी में अन्य लेखपाल से पैमाइश कराने की मांग की है।
डीएम ने समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। उन्होनें फरियादियों की फरियाद एक-एक कर सुनी और उनके निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होनें कहा कि जनसमस्याओं का निस्तारण शासन की प्राथमिकताओं में है सभी अधिकारी रूचि लेकर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण सुनिश्चित करे। शिकायतों के निस्तारण में पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 60 शिकायती प्रार्थना पत्र पंजीकृत किये गये,जिसमें 05 शिकायतों का मौके पर निस्तारण हुआ है। यहां विभिन्न प्रकार के पेंशन शिविर भी आयोजित कर लाभार्थियों को इसका दिलाया गया।