जलस्तर घटने के साथ ही पैनी हुई गंगा की लहरों द्वारा कटान जारी
सहसवान। जलस्तर घटने के साथ ही पैनी हुई गंगा की लहरों द्वारा किया जा रहा कटान शनिवार को भी जारी रहा। बसौलिया के पास कटान की गति धीमी हुई है जबकि तेलिया नगला, कोतल नगला, तौफी नगला के पास गंगा अब भी तेजी से कटान कर रही है। यहां सैकडों बीघा कृषि भूमि गंगा में समा चुकी है। ग्रामीणों का कहना था कि कटान करती लहरें गांव से करीब 500 मीटर दूर रह गई हैं। बसौलिया के पास भी गंगा महावा बांध की दूरी कटान स्थल से करीब डेढ सौ मीटर बची है। हालांकि बाढ खंड बांध को किसी प्रकार के खतरे की आशंका से इंकार कर रहा है। शनिवार को बाढ खंड के एई वीएस यादव, जेई रामौतार आर्य ने कटान स्थल का निरीक्षण किया।
पिछले चार पांच दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जलस्तर घटने पर कटान की आशंका जताई जा रही थी। यह उस वक्त सही साबित हुई जब गंगा ने बसौलिया, तेलिया नगला, तौफी नगला, कोतल नगला के पास कटान शुरू कर दिया। शनिवार को नरौरा बैराज से गंगा में 81 हजार 18 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कछला में मीटर गेज 162. 20 मीटर पर बना हुआ है। बिजनौर से छोडे जाने वाले पानी की मात्रा बढ कर एक लाख एक हजार 689 क्यूसेक हो गई जो शुक्रवार के मुकाबले लगभग दोगुनी है। हरिद्धार से भी 93 हजार 244 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे एक दो दिन में फिर जलस्तर बढने की संभावना जताई जा रही है।
