समाजसेवी, कथावाचिका देवी सौम्या को नेशनल गार्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया
नई दिल्ली। राष्ट्र निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल जी के 75 वे परिनिर्वाण के दिवस पर उनके गांव करमसद(गुजरात) में आयोजित राष्ट्रीय एकता महायज्ञ ,सरदार पटेल जीवन दर्शन पुस्तक अनावरण एवं देश के अलग अलग प्रान्त के 75 विशिष्ट गणमान्य लोगों को #नेशनलगार्डअवॉर्ड_2025 देकर सम्मानित किया गया।

जिसमे विभिन्न प्रांतो मे धर्म प्रचार, एवं फतेहपुर जनपद की कुछ बस्तीयों मे कई वर्षो से संस्कार शाला संचालित कर रहीं देवी सौम्या सरस्वती,संस्कृति एवं संस्कार उत्थान के लिये निरंतर काम करने के लिये नेशनल गार्ड अवॉर्ड 2025 देकर सम्मानित किया गया। समारोह में समाजसेवा, पत्रकारिता एवं व्यापार जगत से जुड़े विभिन्न प्रांतो से आए 75विशिष्ट व्यक्तियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सरदार पटेल नेशनल गार्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ महिला शक्ति द्वारा सामूहिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं वैचारिक रूप से सशक्त बनाने का संदेश देना रहा।समारोह के दौरान “सरदार पटेल : जीवन दर्शन” पुस्तक का विमोचन भी किया गया। पुस्तक के लेखक सत्येंद्र पटेल ‘प्रखर’ हैं, जो उत्तर प्रदेश के जनपद फतेहपुर के निवासी हैं। पुस्तक में भारत रत्न, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन संघर्ष, राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान और उनकी दूरदर्शी विचारधारा को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।कार्यक्रम का आयोजन चिराग भाई पटेल, संस्थापक — द सरदार मिशन द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों ने संकल्प लिया कि वे सरदार पटेल के विचारों और उनके मिशन को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने के लिए राष्ट्रव्यापी जनजागरण यात्रा करेंगे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके उपरांत सभी प्रतिभागी कर्मसद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल के पैतृक निवास पहुँचे, जहाँ उनकी 75वीं पुण्यतिथि पर कैंडल जलाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
“सरदार पटेल जी का जीवन दर्शन आज भी देश को एकता और अखंडता का मार्ग दिखाता है। उनके विचारों को जन-जन तक पहुँचाना हम सभी का सामूहिक दायित्व है।”














































































