केरल निकाय चुनाव में भाजपा का बड़ा उभार, शशि थरूर के गढ़ तिरुवनंतपुरम में हासिल की ऐतिहासिक बढ़त

hhhgh
previous arrow
next arrow

केरल में आज दो चरणों में हुए स्थानीय निकाय चुनावों की मतगणना पूरी हो गई। मतगणना के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस सांसद शशि थरूर के संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम की रही, जहां भारतीय जनता पार्टी ने अप्रत्याशित और मजबूत प्रदर्शन किया। तिरुवनंतपुरम नगर निगम के 101 वार्डों में भाजपा ने 50 सीटों पर जीत दर्ज कर राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं।

ReferralCodeLLVR11
previous arrow
next arrow
WhatsAppImage2024-06-13at1242061
previous arrow
next arrow
WhatsAppImage2025-06-11at40003PM
previous arrow
next arrow

चुनाव परिणामों के अनुसार लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी एलडीएफ को 29 सीटों पर संतोष करना पड़ा, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानी यूडीएफ को 19 सीटें मिलीं। इन नतीजों को देखते हुए साफ कहा जा सकता है कि इस बार के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर के गढ़ में गहरी सेंध लगा दी है।

गौरतलब है कि केरल के 14 जिलों में स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में कराए गए थे। पहले चरण में तिरुवनंतपुरम समेत छह जिलों में मतदान हुआ था। इन जिलों में कोल्लम, पथानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टयम, इडुक्की और एर्नाकुलम शामिल थे। पहले चरण में कुल मतदान प्रतिशत 70.90 रहा। सबसे अधिक मतदान एर्नाकुलम जिले में 73.96 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम मतदान पथानमथिट्टा जिले में 66.35 प्रतिशत रहा।

दूसरे और अंतिम चरण में त्रिशूर, पलक्कड़, कोझिकोड, मलप्पुरम, कन्नूर, वायनाड और कासरगोड जिलों में 11 दिसंबर को मतदान कराया गया था। इस चरण में 1.53 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दूसरे चरण में कुल 604 स्थानीय निकायों के 12,931 प्रतिनिधियों के लिए मतदान हुआ, जिनमें ग्राम पंचायत, जिला पंचायत, नगरपालिका और नगर निगम शामिल थे।

दूसरे चरण के चुनाव में कुल 38,994 उम्मीदवार मैदान में थे। मतदान के लिए 18,274 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 2,055 केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया था। शांतिपूर्ण मतदान के बाद अब आए नतीजों ने केरल की राजनीति में नए संकेत दिए हैं।

विशेष रूप से तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा की बढ़त को राज्य की राजनीति में एक बड़े बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। यह परिणाम न केवल कांग्रेस और लेफ्ट के लिए झटका माना जा रहा है, बल्कि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए मनोबल बढ़ाने वाला भी साबित हो सकता है।

WhatsAppImage2024-10-20at41111PM1
previous arrow
next arrow
WhatsAppImage2023-04-17at53854PM4
previous arrow
next arrow
Home
Live TV
VIDEO NEWS
error: Content is protected !!
Verified by MonsterInsights