एपीएस स्कूल की पूर्व छात्रा सिद्धि जैन के एनडीए में राष्ट्रपति पदक पाने वाली पहली महिला कैडेट बनने पर स्वागत
उझानी। एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल की भूतपूर्व छात्रा सिद्धि जैन का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। विद्यालय की तरफ से सिद्वि जैन के स्वागत में क्रीड़ा प्रांगण में भव्य समारोह आयोजित हुआ।

इस अवसर पर विद्यालय के चेयरपर्सन विमलकृष्ण अग्रवाल, चेयरपर्सन पूनम अग्रवाल, निदेशक निलांशु अग्रवाल, निदेशिका नन्दिता अग्रवाल, प्रधानाचार्य रविन्द्र भट्ट, उपप्रधानाचार्य मीनाक्षी शर्मा, सिद्धि जैन के माता-पिता व अन्य अतिथी मौजूद थे। विद्यालय की चेयरपर्सन ने सिद्धि जैन को बुके, शाल और माला पहना कर सम्मानित किया। अन्य वोर्ड ऑफ मैंनेजमैंन्ट के सदस्यों प्रधानाचार्य व उपप्रधानाचार्य ने सिद्धि जैन व उनके माता-पिता को माला पहनाकर सम्मानित किया गया। सिद्धि जैन ने कक्षा 10 की परीक्षा में जिला स्तर पर स्थान तथा कक्षा 12 में विद्यालय की टॉपर रहीं। आप एनडीए में राष्ट्रपति पदक पाने वाली पहली महिला कैडेट बनी, साथ ही आपको बेस्ट ऑल राउड एयर कैडेट का खिताब भी मिला है। यह अपनी लग्न, प्रतिभा व लक्ष्य के प्रति पूर्णतः समर्पण को दर्शाता है।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक ने उन्हें इस शानदार सफलता की बघाई दी तथा उनके माता-पिता को भी बधाई दी। उपस्थित विद्यार्थीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने सिद्धि जैन से प्रेरणा लेने की बात कहीं। हमें भी अपने अध्ययन के प्रति लगनशील होना चाहिए। प्रधानाचार्य ने भी सिद्धि जैन व उनके माता-पिता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिद्धि जैन की लगन, कठिन परिश्रम व लक्ष्य के प्रति फोकस का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि आप एस० पी० एस० स्कूल का विद्यार्थी महानगर के विद्यार्थी को भी हरा सकता है और अपने स्कूल के उत्थान के लिए बोर्ड ऑफ मैंनेजमेंट की सराहना भी।
इस अवसर पर बोलते हुए सिद्धि जैन ने अपनी एन० डी० ए० की यात्रा के बारे में बताते हुए अपने स्कूल के दिनों की बात की। आपने विद्यार्थियों से कहा कि अपने अध्यापकों को सुनो उनका अनुसरण करो। उन्होंने टीचर को वैल विशर कहा। इस सम्मान के लिए उन्होंने स्कूल को धन्यवाद दिया।

सिद्धि जैन के पिता निखिल जैन ने कहा कि विद्यालय की उत्तम शिक्षा, योग्य शिक्षकों का मार्ग दर्शन ही सिद्धि की सफलता का परिणाम है। उन्होंने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को धन्यवाद दिया।
अन्त में राष्ट्रगान के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ। आज के कार्यक्रम की उदघोषिका मानसी शर्मा थीं।
