लखनऊ में एक दिन में तीन लोगों ने फंदा लगाकर जान दी, अलग-अलग इलाकों में मिली लाशें


लखनऊ । शनिवार का दिन तीन अलग-अलग आत्महत्याओं की खबरों से दहल गया। अलीगंज, बीबीडी और तालकटोरा क्षेत्र में तीन लोगों ने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस ने सभी मामलों में पंचनामा कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की है। परिवारजनों की ओर से किसी पर आरोप नहीं लगाया गया है।

अलीगंज के सेक्टर-बी में रहने वाली 25 वर्षीय प्रीति ने शनिवार सुबह अपने घर में दुपट्टे के सहारे फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात प्रीति का अपने पति सुमित से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों रात में सो गए, लेकिन सुबह करीब छह बजे प्रीति ने मकान के टिनशेड के एंगल से फंदा लगाकर जान दे दी। पति ने जब उसे लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने प्रीति के मायकेवालों को भी खबर दी। छानबीन में सामने आया कि प्रीति ने 2018 में सुमित से प्रेम विवाह किया था और दोनों का पांच साल का बेटा है। सुमित बाइंडिंग का काम करता है। प्रीति के परिवार ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।

दूसरी घटना बीबीडी थानाक्षेत्र के दयाराम का पुरवा की है, जहां मूल रूप से गोंडा के उमरी बेगम के रहने वाले 22 वर्षीय शौर्य प्रताप सिंह ने फंदा लगाकर जान दे दी। वह अपने दोस्त वैभव के साथ किराये पर रहते थे और मिट्टी सप्लाई का काम करते थे। शुक्रवार देर रात वैभव ने शौर्य के चचेरे भाई मोहित को फोन पर उसकी मौत की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हैंगिंग पाया गया है, हालांकि आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। परिजनों ने भी किसी पर आरोप नहीं लगाया है।

तीसरी घटना तालकटोरा के लाइनखेड़ा इलाके की है, जहां 30 वर्षीय सागर ने अपने किराये के घर में आत्महत्या कर ली। सागर मूल रूप से उन्नाव जिले के बांगरमऊ नगरा के रहने वाले थे और मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनकी पत्नी आशा गोदभराई कार्यक्रम में शामिल होने मायके गई हुई थीं। रात में तीनों बच्चे सो गए और इसी दौरान सागर ने फंदा लगा लिया। परिजन बताते हैं कि सागर नशे के आदी थे। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

तीनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है, हालांकि परिवारजन किसी तरह की शिकायत करने से इंकार कर रहे हैं।

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