11 वर्ष पुराने चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में एमएलसी वागीश पाठक दोषमुक्त हुए

बदायूँ। सिविल जज सीनियर डिवीजन के न्यायालय से 2014 चुनाव के दौरान बदायूं लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे व वर्तमान में सदस्य विधान परिषद वागीश पाठक वह अन्य के ऊपर राजनीतिक द्वेष भावना से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का अभियोग पंजीकृत किया गया था। जिसे विभिन्न साक्ष्यों व गवाहो के बयानों के परीक्षण के बाद न्यायालय ने एमएलसी वागीश पाठक समेत सभी को पूरी तरह से दोष मुक्त करार दिया।
जिससे उनके समर्थकों में हर्ष की लहर दौड़ गई। न्यायालय के निर्णय के बाद वागीश पाठक के समर्थकों ने उन्हें फूल माला से लाद दिया। न्यायालय के निर्णय के पश्चात क्षेत्र से आए विभिन्न कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए वागीश पाठक ने कहा कि तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने भाई को बदायूँ लोकसभा से चुनाव जीतने के लिए फर्जी मुकदमा व बूथ कैपचरिंग सहित तमाम अनैतिक कार्य को करने का काम किया। आज का निर्णय तत्कालीन सपा सरकार के ऊपर करारा तमाचा है और हम भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रेरणा देता है कि सत्य सिर्फ परेशान हो सकता है किंतु कभी पराजित नहीं हो सकता!! न्यायालय से दोष मुक्त होने पर वागीश पाठक का स्वागत करने वालों में शैलेंद्र मोहन शर्मा,मनोज किशन गुप्ता, अरविन्द शर्मा, संजीव पाराशरी , संदीप मिश्रा, विजय मिश्रा, सुमित कुमार,अमित मिश्रा, अश्वनी भारद्वाज,राघवेंद्र यादव सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे !!

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