एसआईआर की अंतिम तिथि बढ़ाने और दिवंगत बीएलओ सर्वेश गंगवार के परिवार की सहायता की मांग
बरेली। कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की 4 दिसंबर की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की। साथ ही परधौली गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक एवं बीएलओ सर्वेश कुमार गंगवार की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद उनके परिवार को एक करोड़ रुपये आर्थिक सहायता तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग जोरदार तरीके से उठाई।

ज्ञापन सौंपने से पूर्व कांग्रेस कार्यालय, रामपुर गार्डन धन्वंतरी तोमर चौराहा पर आयोजित बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने कहा कि विपक्षी दल लगातार यह मांग कर रहे हैं कि एसआईआर को पूरा करने के लिए दिया गया समय बेहद कम है। इस जल्दबाजी के कारण सुपरवाइजर और बीएलओ अत्यधिक दबाव में काम कर रहे हैं, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने सर्वेश गंगवार की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि संकट की घड़ी में कांग्रेस परिवार पूरी तरह उनके परिवार के साथ खड़ा है।
प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व महापौर प्रत्याशी गुरुजी डॉ. के बी त्रिपाठी ने कहा कि पूरे प्रदेश से लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि एसआईआर कार्य में अत्यधिक दबाव के कारण बीएलओ हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं या आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि दिवंगत सर्वेश गंगवार दो छोटे बच्चों के पिता थे और उनकी पत्नी की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। ऐसे में काम का बोझ उनके लिए भारी पड़ रहा था। उन्होंने सरकार से एसआईआर की अंतिम तिथि दो महीने बढ़ाने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे में दिवंगत बीएलओ के बच्चों को एक करोड़ रुपये की एफडी और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा नहीं की गई, तो कांग्रेस आंदोलन और आमरण अनशन शुरू करेगी।
महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश दद्दा एडवोकेट ने कहा कि एक माह की अवधि में एसआईआर पूरा कराना संभव नहीं है। 2003 की मतदाता सूची से संबंधी विवरण भरने में मतदाताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वर्षों में निर्वाचन क्षेत्रों के नंबर और सीमा बदल चुकी है।
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि करोड़ों मतदाताओं वाले प्रदेश में एसआईआर जैसे व्यापक कार्य को पूरा करने के लिए कम से कम छह माह का समय आवश्यक है, जबकि सरकार इसे जल्दबाजी में पूरा करवाना चाहती है, जो न केवल अव्यवहारिक है बल्कि कर्मचारियों के लिए खतरनाक भी साबित हो रहा है।
बैठक और ज्ञापन के दौरान पूर्व प्रत्याशी कृष्णकांत शर्मा, जिला उपाध्यक्ष जिया उर रहमान, बीएलए समन्वयक डॉ. हरीश गंगवार, इकबाल रजा, रमेश चंद श्रीवास्तव, तबरेज खान, जोया खान, मोबिन अंसारी, सुरेश दिवाकर, अकरम खान, मुकेश वाल्मीकि, तीर्थ मधुकर, कमरुद्दीन, तसलीम रजा, डॉ. सरताज हुसैन, मोबिन कुरेशी, विनोद कुमार सहित अनेक कांग्रेसजन मौजूद रहे।
