15 साल से वन विभाग में मजदूरी, स्थायीकरण न होने पर युवक ने लगाई शासन से गुहार

बरेली। ग्राम मानपुर, थाना व तहसील आवंला निवासी विपिन कुमार ने वन विभाग में करीब 15 वर्षों तक दैनिक मजदूरी पर काम करने के बावजूद स्थायीकरण न होने का गंभीर आरोप लगाया है। विपिन ने वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है। प्रार्थी विपिन कुमार पुत्र भूपराम का कहना है कि उसके साथ काम करने वाले कई लोगों को विभाग ने स्थायी कर दिया, लेकिन उसे आज तक दैनिक वेतन भोगी ही रखा गया। विभागीय जानकारी करने पर विपिन को पता चला कि उसके नाम के स्थान पर अमनेश गंगवार के भाई के नाम से बिल तैयार किए जाते रहे, जबकि काम वह खुद करता था। आरोप है कि इस मामले में दो महीने पहले जब विपिन ने अमनेश गंगवार से बात की तो उन्होंने स्थायीकरण कराने के नाम पर 80 हजार रुपये की मांग कर दी। विपिन का कहना है कि वह और उसकी मां रामवती वर्षों से ईमानदारी से विभाग में कार्य करते आ रहे हैं, बावजूद इसके उसे पिछले दो वर्षों से मजदूरी तक नहीं मिली। प्रार्थना पत्र के साथ उसने अपनी बैंक पासबुक की प्रति भी संलग्न की है। विपिन ने यह भी आरोप लगाया कि प्रमोद नामक कर्मचारी और उसके साथ के चार अन्य लोगों को कथित लेन-देन के आधार पर स्थायी कर दिया गया है। उसने सभी संबंधित व्यक्तियों के बैंक खातों और बिलों की जांच कराने की मांग की है। पीड़ित ने वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉक्टर अरुण कुमार के द्वारा शासन से मामले की उच्चस्तरीय जांच कर उचित कार्रवाई की गुहार लगाई है।

You may have missed