गिंदो देवी महिला महाविद्यालय में “संविधान दिवस” पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया
बदायूँ। गिंदो देवी महिला महाविद्यालय में नेशनल सर्विस स्कीम के तहत प्राचार्या प्रो. सरला चक्रवर्ती के निर्देशन में “संविधान दिवस” के अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। प्रोग्राम की शुरुआत प्रिंसिपल प्रो. सरला चक्रवर्ती ने माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलित करके की। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया कि “26 नवंबर” को हर साल हम संविधान दिवस के रूप में मनाते है। आज के दिन ही 1949 में कॉन्स्टिट्यूएंट असेंबली ने भारतीय संविधान को अपनाया था। संविधान की ड्राफ्टिंग में काफी लंबा समय लगा जो 9 दिसंबर 1946 से 26 नवंबर 1949 तक 2 साल, 11 महीने और 18 दिन तक चला। यह दिन डॉ. बी.आर. अंबेडकर और ड्राफ्टिंग समिति के दूसरे सदस्यों के विज़न और प्रतिबद्धता को दिखाता है, जिन्होंने भारत की डेमोक्रेटिक नींव को आकार दिया। यह कॉन्स्टिट्यूशनल वैल्यू, अधिकारों, ड्यूटी और डेमोक्रेटिक प्रिंसिपल्स की सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता भी बढ़ाता है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रीति वर्मा ने संविधान प्रस्तावना के महत्व पर चर्चा की और एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी अवनीशा वर्मा ने महिला नेताओं की भूमिका और भारत के संविधान को बनाने में उनके योगदान पर चर्चा की। कार्यक्रम में छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया और कॉलेज की सभी शिक्षिकाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।अंत में सभी शिक्षिकाओं और छात्राओं ने प्रतिज्ञा ली।
