बिहार चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद निखिल कुमार का प्रहार, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार पर इस्तीफे का दबाव
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के भीतर घमासान तेज हो गया है। पूर्व राज्यपाल, औरंगाबाद के पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार ने हार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बिना नाम लिए प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह यह नहीं कहते कि राजेश ने अच्छा काम नहीं किया, लेकिन अगर वह प्रदेश अध्यक्ष होते तो हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे देते। निखिल कुमार ने कहा कि चुनाव हमेशा संगठन के तहत लड़े जाते हैं। संगठन का हर पदाधिकारी उस प्रक्रिया का हिस्सा होता है, लेकिन चुनाव को कुशलता और प्रभावी तरीके से संचालित कराने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी संगठन के मुखिया की होती है। ऐसे में यह कहना पर्याप्त नहीं है कि किसी एक व्यक्ति की गलती से चुनाव हारे। उन्होंने कहा कि अगर संगठन कहीं कमजोर पड़ता है तो उसकी जिम्मेदारी सामूहिक होती है, इसलिए हम सभी इस हार के लिए जिम्मेदार हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि नेतृत्व की भूमिका सबसे अहम होती है और वहां त्रुटि होने पर सवाल उठना स्वाभाविक है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी बिहार संगठन का हिस्सा नहीं हैं। बिहार का संगठन सिर्फ बिहार तक सीमित है और स्थानीय नेतृत्व की जिम्मेदारी होती है कि वह चुनावी रणनीति को सही तरीके से लागू करे। निखिल कुमार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। अगर वही स्थिति उनके कार्यकाल में आई होती, तो वह एक पल भी देर किए बिना इस्तीफा दे देते। कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 19 सीटें जीती थीं। लेकिन 2025 में राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा के बाद उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस कम से कम दोगुनी सीटें जीत लेगी। इसी आत्मविश्वास में पार्टी ने महागठबंधन में दबाव बनाकर 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन नतीजे उलट निकले और कांग्रेस मात्र छह सीटों पर सिमट गई। इतना ही नहीं, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार अपनी ही सीट कुटुम्बा से हार गए, जबकि उनके बगल वाली औरंगाबाद सीट से दो बार के विधायक आनंद शंकर सिंह भी जीत की हैट्रिक पूरी नहीं कर सके। इस तरह औरंगाबाद की दोनों सीटों पर कांग्रेस का सफाया हो गया। इन हालात में प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। शनिवार को नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक में हार के कारणों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। इसमें बिहार संगठन को लेकर भी गहन मंथन हुआ। अब माना जा रहा है कि बिहार कांग्रेस की समीक्षा बैठक जल्द बुलायी जा सकती है, जिसमें राजेश कुमार से इस्तीफे की मांग की जा सकती है या वह उससे पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं।




















































































