बाबा इन्टरनेशनल स्कूल में हुई “स्लोगन राइटिंग” प्रतियोगिता,बच्चों ने दिखाया उत्साह
बिल्सी। बाबा इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए एक स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मकता, सामाजिक जागरूकता तथा सकारात्मक अभिव्यक्ति की क्षमता को प्रोत्साहित करना था। प्रतियोगिता को दो वर्गों में विभाजित किया गया था कक्षा 6 से 8 के लिए विषय – “मेरा शहर, मेरा गौरव” कक्षा 9 से 12 के लिए विषय – “एंटी-बुलिंग अवेयरनेस” कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को प्रतियोगिता के उद्देश्य से अवगत कराते हुए की गई। इसके पश्चात् विद्यार्थियों ने अत्यंत उत्साह और आत्मविश्वास के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्होंने अपने विचारों को प्रभावशाली शब्दों, रंगीन पोस्टरों और आकर्षक नारों के माध्यम से व्यक्त किया। कुछ विद्यार्थियों ने हिंदी में तो कुछ ने अंग्रेज़ी में अपने स्लोगन लिखे, जिनमें उनके देशप्रेम, शहर के प्रति गौरव और समाज के प्रति संवेदनशीलता झलकती रही। सभी प्रतिभागियों के कार्यों का मूल्यांकन शिक्षकों की एक समिति द्वारा किया गया। निर्णायकों ने विद्यार्थियों के रचनात्मक दृष्टिकोण, लेखन शैली और विषय की समझ की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को अपनी सोच को समाज के हित में दिशा देने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रतियोगिता में हिन्दवी तोमर, काव्या वार्ष्णेय,योग्यता वार्ष्णेय, सोम्या वार्ष्णेय ने प्रथम स्थान, आराध्या वार्ष्णेय, हर्षिता शर्मा, राविया सिराज, आर्या सोलंकी ने द्वितीय स्थान तथा आराध्या गौड़, मनाली सरकार,अनन्या माहेश्वरी, आशिता वार्ष्णेय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया | विद्यालय डायरेक्टर अनुज वार्ष्णेय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “विद्यालय का उद्देश्य केवल पुस्तकीय ज्ञान देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में रचनात्मकता, अभिव्यक्ति और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना भी है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों को अपनी सोच को सकारात्मक दिशा में व्यक्त करने का अवसर प्रदान करती हैं।” विद्यालय प्रधानाचार्या रूपा माहेश्वरी ने अपने प्रेरक संबोधन में सभी विद्यार्थियों की सराहना की और कहा कि “स्लोगन लेखन जैसी प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों के अंदर छिपी हुई रचनात्मक प्रतिभा को सामने लाने का माध्यम हैं। ऐसे प्रयास न केवल उनकी भाषा कौशल को निखारते हैं, बल्कि उन्हें समाज के प्रति जागरूक नागरिक बनने की दिशा में भी अग्रसर करते हैं।” उन्होंने आगे कहा मेरा शहर, मेरा गौरव’ जैसे विषय बच्चों में अपने नगर और देश के प्रति गर्व की भावना को प्रबल करते हैं, वहीं ‘एंटी-बुलिंग अवेयरनेस’ जैसे विषय विद्यार्थियों को एक संवेदनशील और सहयोगी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।”
इस अवसर पर विद्यालय प्रशासक अमित माहेश्वरी व समस्त स्टाफ मौजूद रहा |




















































































