बदायूं। आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत प्राचार्या प्रो. सरला चक्रवर्ती के निर्देशन में “राष्ट्रीय शिक्षा दिवस” पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या प्रो. सरला चक्रवर्ती ने माँ सरस्वती को पुष्प अर्पित करके की। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिवस भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार, समकालीन चुनौतियों का समाधान करने और शिक्षा को मौलिक अधिकार के रूप में संवैधानिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए चर्चा को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। यह हमें याद दिलाता है कि शिक्षा केवल अकादमिक उपलब्धि के बारे में नहीं है, बल्कि आलोचनात्मक सोच, नवाचार और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देने के बारे में है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति वर्मा ने मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी अवनीशा वर्मा ने भारतीय शिक्षा में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के योगदान पर चर्चा की। डॉ. इति अधिकारी, श्रीमती शालू गुप्ता और अन्य ने भी अपने बहुमूल्य विचार साझा किए। छात्राओं ने भी सक्रिय रूप से इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी अवनिशा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीति ने दिया। कार्यक्रम में डॉ. इंदु शर्मा, डॉ. शुभि भसीन, डॉ. उमा सिंह गौर, डॉ. इति अधिकारी, डॉ. शिल्पी तोमर आदि शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।