बरेली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रान्त ,बरेली द्वारा देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल की जयन्ती की पूर्व संध्या पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन राजेन्द्र नगर स्थित परिषद के प्रांतीय संचार मन्त्री डाॅ अखिलेश कुमार गुप्ता के आवास पर किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता जनपदीय संरक्षक प्रोफेसर के ए वार्ष्णेय ने की । कार्यक्रम का सफल संचालन जनपदीय अध्यक्ष डाॅ व्रजेश कुमार शर्मा ने किया । गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा ने सरदार पटेल को देश की एकता और अखण्डता के शिल्पी थे । स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल देश के पहले गृहमंत्री बने । उस समय देश में छोटी – बड़ी 562 रियासतें थीं । सरदार पटेल ने बड़ी सूझबूझ और रणनीतिक कुशलता के साथ इन रियासतों का भारत में विलय कराकर देश को एकता के सूत्र में पिरोया । प्रोफेसर विनीता सिंह ने कहा कि सरदार पटेल बचपन से ही दृढ़ इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास के धनी थे । अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर के ए वार्ष्णेय ने कहा कि सरदार पटेल को हैदराबाद के निजाम की रियायत का भारत में विलय कराने के सेना भेजनी पड़ी । सेना के इस आप्रेशन को आप्रेशन पोडो नाम दिया गया । गोष्ठी मे सर्व सम्मति से तय किया गया कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद के रीवा ,मध्य प्रदेश में 7 , 8 ,9 नवम्बर 2025 में होने बाले राष्ट्रीय अधिवेशन में बरेली मण्डल से दस पदाधिकारी प्रतिभाग करेंगे । इस अवसर पर उमेश चन्द्र गुप्त, गंगाराम पाल, निर्भय सक्सेना ,डाॅ व्रजेश कुमार शर्मा ,डाॅ अखिलेश कुमार गुप्ता ,प्रवीण कुमार शर्मा ,प्रोफेसर विनीता सिंह, प्रमोद कुमार मिश्रा और मोहन चन्द्र पाण्डेय मौजूद रहे । कार्यक्रम के अंत में गोष्ठी के संयोजक डाॅ अखिलेश कुमार गुप्ता ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।