मेला ककोड़ा में विधि विधान से हुआ झण्डी पूजन
बदायूँ । रूहेलखंड के मिनी कुम्भ कहे जाने वाले जनपद के प्रसिद्ध मेला ककोड़ा में मां ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी लाकर उसकी पूजा व स्थापना का कार्य जिला पंचायत अध्यक्ष, जनप्रतिनिधियों व जिलाधिकारी की उपस्थिति में पूजा अर्चना के साथ विधि विधान से किया गया। मेले का शुभारंभ 04 नवंबर को अपराह्न 3ः00 बजे होगा। मुख्य स्नान 05 नवंबर को तथा मेला आगामी 12 नवंबर तक चलेगा। डीएम ने अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।


बुधवार को मेला ककोड़ा क्षेत्र में मां ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी लाकर उसकी स्थापना व पूजा अर्चना का कार्य मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक विधि विधान से पूरी श्रद्धा के साथ किया गया। जिला पंचायत द्वारा आयोजित मेला ककोड़ा जनपद का एक प्रसिद्ध मेला है जिसमें हजारों श्रद्धालु आकर धर्म लाभ प्राप्त करते रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष वर्षा यादव ने जनपद वासियों से अधिक से अधिक संख्या में मेला स्थल में आकर धर्म लाभ लेने का आवाहन किया। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की गई हैं। जिलाधिकारी अवनीश राय ने बताया कि मेला स्थल पर कोतवाली आदि की स्थापना भी की गई है। उन्होंने कहा कि मेला स्थल पर किसी प्रकार की गैरवैधानिक चीजों व गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं है। इस प्रकार की गतिविधियों की सूचना प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि हर आधे घंटे पर बस की सुविधा मेला स्थल पर रहेगी। मेला के सफल आयोजन के लिए कच्चे मार्गों का निर्माण भी कराया गया है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या ना हो इस प्रकार की व्यवस्थाएं मेला स्थल पर कराई गई हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान की तिथियां पर सेक्टर व जोन की व्यवस्था पूर्ण रूप से लागू रहेगी। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने किसी न किसी अधिकारी व कर्मचारियों को प्रत्येक दशा में मेला स्थल पर तैनात रखें ताकि कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर उसकी तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जा सके। बताया कि मेला स्थल पर सफाई की समुचित व्यवस्था के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि मेला स्थल पर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना हो यह सुनिश्चित किया जाए तथा गंगा की पवित्र धारा में प्लास्टिक के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि गंगा जी में किसी प्रकार की गंदगी व प्लास्टिक आदि को प्रवाहित ना किया जाए। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र व गंगा को पवित्र व साफ रखना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने जनपद वासियों को अधिक से अधिक संख्या में मेला ककोड़ा स्थल पर आकर धर्म लाभ लेने की अपील की। अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार ने बताया कि मां ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी लाकर उसका पूजन कर स्थापना कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मेले का उद्घाटन 04 नवंबर को अपराह्न 3ः00 बजे किया जाएगा। बताया कि मेला 12 नवंबर 2025 तक चलेगा। मुख्य स्नान 05 नवंबर 2025 को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होगा।
इस अवसर पर पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव, पूर्व विधायक धर्मेन्द्र शाक्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।




















































































