ककोड़ा मेला की तैयारियों का एडीजी ने एसएसपी के साथ लिया जायजा,सुरक्षा, यातायात और स्नान व्यवस्था को दिशा-निर्देश दिये
बदायूं।ककोड़ा गंगा मेला को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक, बरेली जोन, रमित शर्मा ने थाना कादरचौक क्षेत्र स्थित ककोड़ा मेला स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, पार्किंग स्थल, कंट्रोल रूम संचालन, सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन निगरानी व्यवस्था सहित समस्त तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर विजयेन्द्र द्विवेदी समेत अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए आयोजन को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।सुरक्षा व्यवस्था पर एडीजी ने दिया विशेष बल एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर कहा कि सीसीटीवी कैमरों से चौकसी बढ़ाई जाए और ड्रोन कैमरों के माध्यम से संपूर्ण मेला क्षेत्र पर सतत निगरानी रखी जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों या असामाजिक तत्वों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अशांति, अफवाह या अव्यवस्था फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। साथ ही उन्होंने सुरक्षा में तैनात पुलिस बल को संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ ड्यूटी निभाने के निर्देश भी दिए। श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता एडीजी ने गंगा घाटों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से कहा कि श्रद्धालुओं को स्नान में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने निर्देश दिया कि गहरे पानी वाले स्थानों की उचित बैरीकेडिंग की जाए और लाइफ गार्ड्स तथा गोताखोरों की पर्याप्त संख्या में तैनाती सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता, चिकित्सा सहायता, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। यातायात और पार्किंग व्यवस्था का किया गया निरीक्षण निरीक्षण के दौरान एडीजी ने यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए मार्गों को सुगम और सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने पार्किंग स्थलों की संख्या और क्षमता बढ़ाने के सुझाव दिए ताकि भीड़ के समय किसी प्रकार की जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि मार्ग डायवर्जन व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और मार्गों पर स्पष्ट साइन बोर्ड, दिशा सूचक और बैरिकेडिंग लगाई जाए। एडीजी ने चेतावनी दी कि किसी भी स्थिति में आपातकालीन मार्ग अवरुद्ध न हों और रात के समय प्रकाश व्यवस्था सुचारू रखी जाए। संयुक्त निरीक्षण और समन्वय पर जोर अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मेला आयोजन की सफलता के लिए पुलिस, प्रशासन और स्थानीय निकायों के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि आपसी तालमेल के साथ कार्य करें ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद पुलिस द्वारा मेला क्षेत्र को विभिन्न जोनों और सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जहां पर पर्याप्त पुलिस बल, महिला पुलिसकर्मी और ट्रैफिक कर्मी तैनात रहेंगे। शांतिपूर्ण और सफल आयोजन के लिए पूर्ण तैयारियां अपर पुलिस अधीक्षक नगर विजयेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण, गुमशुदा बच्चों की सहायता केंद्र, लाउडस्पीकर सिस्टम, और हेल्प डेस्क की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि अग्निशमन दल और एंबुलेंस सेवाओं को भी चौकस रखा गया है। अंत में एडीजी बरेली जोन ने अधिकारियों से कहा कि यह मेला धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, इसलिए प्रशासन का दायित्व है कि इसे सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराया जाए। उन्होंने सभी कर्मचारियों को जनता के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी से कार्य करने की प्रेरणा दी। एडीजी रमित शर्मा का यह निरीक्षण मेला तैयारियों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। उनके दिशा-निर्देशों से प्रशासनिक और पुलिस अमले में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। अब सभी विभागों का लक्ष्य है कि आगामी ककोड़ा गंगा मेला शांतिपूर्ण, सुरक्षित और ऐतिहासिक रूप से सफल आयोजन के रूप में संपन्न हो।




















































































