नियुक्तिपत्र पाकर खिल उठे शिक्षकों के चेहरे जनपद में 202 शिक्षिकों की हुईं नियुक्ति

बदायूं। उत्तर प्रदेश सरकार ने मिशन रोजगार श्रृंखला के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के 6696 सहायक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया है। लखनऊ के लोक भवन में शुक्रवार को इन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के साथ उनको संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि आप लोगों को आज अपने घर या परिवार के साथ देश के लिए भी कुछ करने का मौका मिला है। आप सभी लोग समाज के प्रति ईमानदार बनें और राष्ट्र की नींव मजबूत करें। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा तो समाज की नींव है। इसको मजबूत करने से हम समृद्धशाली तथा शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करने में सफल होंगे।

शुक्रवार को इसी क्रम में जनपद में भी कार्यक्रम आयोजित हुआ। कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा गया और मिशन रोजगार श्रृंखला के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षकों को अथितियों द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अथिति नगर विकास राज्यमंत्री महेश चन्द्र गुप्ता ने नवनियुक्त सहायक शिक्षकों में ऊर्जा भरते हुए कहा कि समाज में सबसे उच्च स्थान गुरु का होता है। गुरु सभ्य और शिक्षित समाज का निर्माण करता है। नव शिक्षकों को जो जिम्मेदारी मिली है उसका ईमानदारी और लगन से निर्वाहन करें जिससे देश का भविष्य और ज्यादा उज्जवल हो सके। हमारी सरकार ने सरकारी और कान्वेंट स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को लगभग सामान्य ही कर दिया है आज सरकारी स्कूल का बच्चा कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों की तरह तैयार होकर विद्यालय जाता है उसे कॉन्वेंट स्कूलों की तरह ही व्यवस्थाएं देखने को मिलती हैं जिससे बच्चों को पढ़ाई में लगन पैदा होती है।

जिलाधिकारी दीपा रंजन ने कहा कि आज मैं जिस मुकाम पर खड़ी हूं उसके पीछे मेरे शिक्षकों का ही हाथ है। जब भी कभी मैं अपने घर जाती हूं सबसे पहले अपने शिक्षकों से ही मिलती हूं। शिक्षक कुम्हार की तरह होते हैं उन्हें मिट्टी का कैसा भी ढेला दे दें तो वह उसे आकार में बदल देते हैं। जिन बच्चों को नव नियुक्त शिक्षक पढ़ाएंगे वह बहुत ही कोमल उनके होते हैं बहुत ही ज्यादा सामान्य परिवार से आते हैं। जिनके माता-पिता को बहुत ज्यादा पढ़ाने में रुचि नहीं होती है जो समर्थ होते हैं वह प्राइवेट स्कूलों में चले जाते हैं। सरकारी स्कूलों में जो बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं अक्सर देखा जाता है कि उनको पढ़ाने के लिए न तो उनका परिवार साथ देता है और ना ही समाज, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इन बच्चों में प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के मुकाबले में किसी प्रकार की कमी होती है। इनमें भी अनेकों प्रकार की प्रतिभाएं छुपी होती हैं लेकिन उन प्रतिभाओं को तराशने की हुनरमंदी शिक्षक में ही होती है। आज देखा जाए तो न जाने कितने अधिकारी हैं जो सरकारी स्कूलों से ही पढ़कर आए हैं और उन्होंने अपना एक अलग मुकाम बनाया है। इसलिए बच्चों को जितनी अच्छी तरह से शिक्षा प्रदान करेंगे उतनी ही अच्छी तरह से देश का निर्माण होगा।
भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक भारतीय ने कहा कि विद्यार्थियों ने कभी मां सरस्वती को तो नहीं देखा लेकिन अध्यापकों के रूप में रोज मां सरस्वती को देखते हैं। शिक्षकोें को ही मां सरस्वती का दर्जा प्राप्त है। नए भारत के निर्माण में नागरिक का निर्माण करना शिक्षकों की भूमिका है। नई शिक्षा नीति को सदा के लिए याद किया जाएगा।

बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षक भर्ती के अंतर्गत नवनियुक्त शिक्षक भर्ती का यह तीसरा चरण है। प्रथम चरण में जनपद बदायूं में 217 शिक्षकों को नियुक्त किया जा चुका है, दूसरे चरण में 1657 अध्यापकों ने अपना योगदान दिया और अब तीसरे चरण में 202 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा है कि मिशन रोजगार के तहत लोगों को रोजगार मुहैया कराया लेकिन इस रोजगार को जब शिक्षा से जोड़ा जाए तो प्रदेश का पूरा रुप ही बदल जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने बहुत सारी महत्वकांक्षी योजनाएं लागू की हैं जिनमें से ऑपरेशन कायाकल्प भी है।

जिसके अंतर्गत सभी विद्यालयों का कायाकल्प किया गया है। नवनियुक्त शिक्षकों का दायित्व है जो व्यवस्था है उन्हें प्रदान की जा रही हैं उसको बनाकर रखें और दूरस्थ रह रहे विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा प्रदान की जाए कि उन्हें कभी भी यह न लगे की कान्वेंट स्कूल के बच्चे उनसे अलग है। जिलाधिकारी के निर्देशन में बहुत सारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।