खटीमा की रामलीला में पंचवटी में लक्ष्मण, शूर्पणखा, सीता हरण, राम विलाप लीला का मंचन हुआ

खटीमा। मुख्य रामलीला मैदान में आज पंचवटी में लक्ष्मण (अजय कटोरिया) द्वारा शूर्पणखा (दीपक बिष्ट)का नासिक छेदन, खर दूषण वध, खर के पात्र (अर्चित अग्रवाल) दूषण के पात्र ( वीरेंद्र रावत) रावण मारीच संवाद, सीता हरण, राम विलाप आदि मंचन कार्यक्रम संपन्न हुए। श्री राम आरती के साथ रामलीला का शुभारंभ हुआ, श्री राम जी (आशीष कुमार)के वनवास काल में पंचवटी में सूर्पनखा ,, दीपक बिष्ट,, राम जी के वैभव, एवं सुंदरता को देखकर मोहित होकर उनको पाने की लालसा में राम जी के समक्ष रावण की राक्षसी बहन सूर्पनखा सुंदर स्त्री का वेश धारण कर विवाह का प्रस्ताव रखती है सूर्पनखा कहती है तुम सम पुरुष, मौसम नारी, कि तुम्हारे जैसा वैभव वाले पुरुष और मेरे जैसी सुंदर स्त्री का मिलन होना चाहिए,श्री राम जी द्वारा स्वयं को विवाहित होना बताकर उसे लक्ष्मण ,, अजय कटोरिया,,के पास भेज देते हैं सूर्पनखा लक्ष्मण के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखती है लक्ष्मण जी भी विवाह के प्रस्ताव को मना कर देते हैं चालक सूर्पनखा इसके पीछे सीता जी को दोषी ठहराते हुए सीता जी पर आक्रमण करती है लक्ष्मण जी माता सीता पर आक्रमण होते देख क्रोधित होकर अपनी तलवार से सूर्पनखा के नाक कान काट देते हैं यह घटना ही आगे चलकर राम रावण युद्ध का कारण बनती है” शूर्पणखा के राक्षसी एवं सुंदर स्त्री दोनों रूपों को देखकर दर्शक भी अचंभित हो जाते है, सूर्पनखा की नाक कान काटने से क्रोधित रावण के सौतेले भाई खर एवं दूषण जो दंडक वनों में अपने राक्षसों के साथ राज करते थे रावण द्वारा उनको सूर्पनखा का बदला लेने के लिए चौदह हजार राक्षसों के साथ राम जी से बदला लेने के लिए उनका वध करने भेजा देते है महर्षि अगस्त द्वारा प्रदान किए गए मोहिनी अस्त्र की शक्ति के प्रभाव से खर एवं दूषण के सभी राक्षस आपस में ही एक दूसरे से लड़ने लगते हैं और एक दूसरे को समाप्त करने लग जाते हैं अंत में श्री राम खर एवं दूषण का वध कर दंडक वनों के राक्षसों का सर्वनाश कर देते हैं रामलीला कार्यक्रम में मुख्य रूप से आज अध्यक्ष राजेश गुप्ता, विशेष आमंत्रित सदस्य मनोज वाधवा, मेला प्रभारी रविंदर श्रीवास्तव एवं अजहर सिद्दीकी मीडिया प्रभारी जतिन कक्कड़ विशाल अग्रवाल आदि उपस्थित रहे, रामलीला मंचन में ऋषि मुनि के पात्र की भूमिका रवि परुथी द्वारा सम्पन्न की गई, लीला मंचन का संचालन वरिष्ठ कार्यकारणी सदस्य विजय गुप्ता द्वारा किया गया।