“पतंजलि योग एवं कार्यकर्ता सम्मेलन” 05 अक्टूबर को होगा: सुनील शास्त्री

बदायूँ। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के निर्देशन में पतंजलि परिवार द्वारा आगामी 05 अक्टूबर को डायट के ऑडिटोरियम हॉल में “विशाल योग एवं कार्यकर्ता सम्मेलन” आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आज एक बैठक डायट प्रांगण में आयोजित हुई। बैठक में उत्तरप्रदेश के राज्य प्रभारी सुनील शास्त्री ने उपस्थित पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तरप्रदेश के बदायूँ जनपद के साथ सम्भल, मुरादाबाद, अलीगढ़, कासगंज, एटा, पीलीभीत, बरेली, शाहजहाँपुर, रामपुर के पतंजलि योगपीठ की विभिन्न समितियों के सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में स्वामी रामदेव जी के परम् शिष्य राकेश भाई हरिद्वार से पधार रहे हैँ। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम होगा। जिसमें स्वामी रामदेव जी लाइव जुड़कर सभी को अपना आशीर्वाद देंगे। पतंजलि किसान सेवा समिति के राज्य प्रभारी दयाशंकर आर्य ने कहा कि सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए जनपद स्तर पर छोटी छोटी अनेक समितियों का गठन किया जाना है। जिसमें प्रचार समिति, भोजन व्यवस्था समिति, मंच व्यवस्था समिति, दान संग्रह समिति, अतिथि अभिनंदन समिति आदि प्रमुख हैँ। राज्य प्रभारी विपिन आर्य ने कहा कि इस कार्यक्रम में योग से जुड़े सभी साधक भाई और बहनें आमंत्रित हैँ। जनपद में जितनी भी योग कक्षाएं नियमित चल रही हैँ, हमें वहाँ पहुंचकर सभी को आमंत्रित करना है। प्रांतीय संगठन मंत्री कुलदीप आर्य ने कहा कि प्रत्येक जनपद से एक – एक बस कार्यकर्ताओं की कार्यक्रम में आएँगी। इसके साथ ही जनपद बदायूँ की प्रत्येक तहसील से भी एक एक बस कार्यकर्ताओं की आएंगी। सभी कार्यकर्ताओं के लिए कार्यक्रम उपरांत भोजन व्यबस्था भी रखी गयी है। योग गुरु गिरधारी सिंह राठौर ने कहा कि बदायूँ का यह सौभाग्य है कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश के विभिन्न जनपदों से आने वाले कार्यकर्ताओं का आतिथ्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पतंजलि योग परिवार बदायूँ पूरी तन्मयता के साथ प्रयास करेगा। बैठक में वीरपाल सिंह, उपदेश सिंह एड., डॉक्टर जुगल किशोर, बृजेश कुमार , पुरुषोत्तम सिंह, अवधेश सिंह, महेंद्रपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, वीरेंद्र कुमार, मदनलाल पाल, ओमेन्द्र आर्य, जनवेद चौधरी आदि उपस्थित रहे।