एसएसपी ने सालभर में 83 पुलिसकर्मी किए निलंबित

अलीगढ़। जिला पुलिस ने वर्ष 2020 अपराधियों पर नकेल कसने के साथ विभागीय कर्मचारियों पर कार्रवाई करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। शिकायतों के आधार पर एसएसपी ने सालभर में 83 पुलिसकर्मियों का निलंबन किया, जबकि 153 के खिलाफ लाइनहाजिर की कार्रवाई की गई। पांच पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार का मुकदमा भी दर्ज किया गया।  एसएसपी मुनिराज ने कहा कि जनशिकायतों का निपटारा करना पुलिस की प्राथमिकता है। इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। साथ ही अपराधियों को ज्यादा से ज्यादा सजा दिलाने के लिए पुलिसकर्मी संकल्पित हैं। वर्ष 2020 में गैंगस्टर, इनामियों, वांछित अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की गईं हैं। वहीं पुलिस विभाग में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर भी गाज गिरी। इसके तहत 153 पुलिसकर्मियों पर परिनिंदा लेख यानी चेतावनी स्वरूप बैड एंट्री की कार्रवाई हुई। नौ कर्मियों पर जुर्माना लगाया। घनघोर लापरवाही पर पांच दो दारोगा व तीन सिपाहियों की सत्यनिष्टा रोकी गई। इसी तरह घनघोर लापरवाही मिलने पर 30 पुलिसकर्मियों के खिलाफ बिना वेतन अवकाश व परिनिंदा लेख की कार्रवाई हुई। 153 पुलिसकर्मी लाइनहाजिर, जबकि 83 निलंबित किए गए। 

पांच पुलिसकर्मियों पर चार मुकदमे 

गौंडा थाने में रिश्वत लेने पर दारोगा राजकुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी तरह गभाना के दो दारोगा, एक हेड कांस्टेबल व एक कांस्टेबल समेत कुल पांच पुलिकर्मियों के खिलाफ मुकदमे हुए। 

सोशल मीडिया सेल सक्रिय 

पुलिस की सोशल मीडिया सेल पूरी तरह सक्रिय रही है। टीम ने सालभर के लेखा जोखा को एक वीडियो के रूप में पेश किया है। इसमें उन सारे रिकॉर्ड और उपलब्धियों का जिक्र है, जो बीते वर्ष में पुलिस की ओर से किए गए। इस टीम का नेतृत्व एसआइ समर पाल सिंह कर रहे हैं। 

विवेचना के बाद 3087 फाइलें बंद

इस साल अलग-अलग मामलों में पुलिस के पास कुल पांच हजार 552 फाइलें आईं। इनमें तीन हजार 87 फाइलें विवेचना के बाद बंद हो गईं। हालांकि अभी 2465 फाइलें शेष हैं। दावा है कि जल्द इन्हें बंद किया जाएगा।

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