बरेली। एफ आर इस्लामिया इंटर कॉलेज में आईसीटी पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के प्रधानाचार्य तौकीर सिद्दीकी ने कहा कि शिक्षा प्रणाली में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने को शिक्षा का डिजिटलीकरण कहते हैं। इसमें ऑनलाइन पाठ्यक्रम, डिजिटल पाठ्यपुस्तकें और आभासी कक्षाएं शामिल हैं जो सीखने और सिखाने के तरीकों को बदल रही हैं। इससे शिक्षा तक पहुंच में सुधार, व्यक्तिगत सीखने के अनुभव प्रदान करने और छात्रों को जरूरी डिजिटल कौशल से सुसज्जित करने के अवसर मिलते हैं। कार्यक्रम संयोजक भौतिक विज्ञान प्रवक्ता फरहान अहमद ने छात्रों को शिक्षा के डिजिटलीकरण के लाभ और चुनौतियों के बारे में समझाया। उन्होंने बताया कि डिजिटल उपकरण अधिक आकर्षक और इंटरएक्टिव तरीके से सीखने में मदद करते हैं। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और डिजिटल पुस्तकालयों के माध्यम से छात्र दुनिया भर के शैक्षिक संसाधनों तक पहुंच सकते हैं। डिजिटल उपकरण बच्चों को उनकी व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार सीखने देते हैं। लेकिन इसमें कुछ चुनौतियां भी हैं जैसे सभी छात्रों के पास टेक्नोलॉजी और इंटरनेट तक समान पहुंच नहीं है, जिससे डिजिटल डिवाइड की समस्या पैदा हो सकती है। यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि डिजिटल सामग्री उच्च गुणवत्ता वाली और शैक्षिक रूप से उपयोगी हो। शिक्षकों को प्रभावी ढंग से डिजिटल शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। छात्रों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी बेहद जरूरी है। इस मौके पर सभी छात्र तथा शिक्षक उपस्थित रहे।