संभावित बाढ़ के दृष्टिगत प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

बदायूँ। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड में हो रही लगातार वर्षा से बिजनौर बैराज से 1 लाख 74 हजार 339 क्यूसेक एवं नरौरा बैराज से 1 लाख 44 हजार 810 क्यूसेक पानी छोडे जाने की सूचना प्राप्त हुई है एवं अन्य बैराजों से भी पानी अधिक मात्रा में छोडा जा रहा है जिससे गंगा नदी एवं रामगंगा नदी में अधिक मात्रा में पानी छोड़ने के कारण दोनों नदियों में जलस्तर में वृद्धि हो रही है जिससे तहसील क्षेत्रान्तर्गत कतिपय ग्रामों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की पूर्ण सम्भावना है। बाढ़ आपदा के समय कलैक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम बदायूँ के दूरभाष सं0 : 05832-266052, मो0 7505389289 व 7505395940 पर संपर्क करें। उन्होंने बताया कि इसके दृष्टिगत बाढ़ से बचाव के संबंध में बताया कि बाढ़ से पहले ऊंचे स्थानों को पहले से चिन्हित करें, जरूरी कागज जैसे, राशन कार्ड, पासबुक, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड इत्यादि को वॉटरप्रुफ बैग में इकट्ठा रखें, आवश्यकतानुसार खाद्य सामग्री जैसे बिस्कुट, लाई, भुना चना, गुड़, चूड़ा, नमक, चीनी, सत्तू इत्यादि एकत्र करें, बीमारी से बचाव हेतु क्लोरीन, ओआरएस, तथा आवश्यक दवाईयां, प्राथमिक उपचार किट में रखें, सूखे अनाज व मवेशियों के चारे को किसी ऊंचे स्थान पर सुरक्षित रखें, बाल्टी, छाता, तिरपाल, रस्सी, हवा से भरी ट्यूब, मोबाईल व चार्जर, बैटरी चलित रेडियो, टॉर्च, इमरजेन्सी लाइट, माचिस, इत्यादि पहले से तैयार रखें, पशुओं में होने वाली बीमारी की रोकथाम हेतु पशुओं का समय से टीकाकरण कराएं। उन्होंने बताया कि बाढ़ के दौरान बाढ़ की चेतावनी मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, वृद्धों, दिव्यांगजनों एवं बीमार व्यक्त्यिं को तुरन्त, सुरक्षित स्थानों पर पंहुचाएं, घर छोड़ने से पूर्व बिजली का मुख्य स्विच व गैस रेगुलेटर सिलेण्डर से बन्द करें एवं शौचालय सीट को बालू से भरी बोरी से भरें। बाढ़ मे डूबे हैंडपम्प के पानी का सेवन न करें। उबला हुआ या क्लोरीन युक्त पानी का उपयोग करें। बाढ़ के पानी के सम्पर्क में आयी खाद्य सामग्री का सेवन न करें। गर्भवती महिलाओं का आशा एवं एएनएम की मदद से सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था करें। बिजली के तार एवं ट्रांस्फार्मर से दूर रहें। डंडे से पानी की गहराई की जांच करें, गहाराई पता न होने पर उसे पार करने की कोशिश न करें। क्षमता से अधिक लोग नाव पर न बैठें। विषैले प्राणियों जैसे सांप, बिच्छू, आदि से सतर्क रहें एवं इनके संपर्क में आये व्यक्तियों को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर तत्काल ले जाएं। बच्चों को बाढ़ के पानी में न खेलने दें।