बरेली। जहां एक ओर पुलिस सावन माह में कांवड़ लाने वालों की मदद करने की बात कर रही है। इस माह को शांतिपूर्ण सकुशल सम्पन्न कराने को कहा जा रहा है। वहीं बारादरी के रहने वाले लोगों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वह सात साल से लगातार कांवड़ लेकर आ रहा है। इस बार भी वह चौकी पर परमीशन मांगने गया तो, उनका आरोप है कि वहां मौजूद पुलिस ने उसके साथ अभद्रता की। जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर उसे जेल में डालने की धमकी दी। थाना बारादरी के गोसाई गौटिया जोगी नवादा निवासी अंशू दिवाकर पुत्र रामदास के साथ सौरभ, बब्लू, सोनू कुमार, शम्भू, संगीता, प्रदीप, रीना नितिन , संजू , अभिषेक ,प्रेमपाल , अर्जुन , दिनेश सहित कई लोगों ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुँचकर बताया कि वह 6-7 साल से लगातार कावड़ लेकर आ रहा है। शुक्रवार को अंशु करीब 12 बजे बारादरी पुलिस ने जोगी नवादा चौकी बुलाया। आरोप है कि वहां मौजूद सीओ पंकज श्रीवास्तव वहां मौजूद थे। उससे कांवड़ लाने को मना करने लगे। जब अंशू दिवाकर ने कहा कि वह पिछले 6-7 साल से शांतिपूर्ण तरह से कावड़ ला कर जल चढ़ा रहे हैं। तो सीओं पंकज श्रीवास्वत ने कांवड़ लाने को मना कर दिया। चौकी इंजार्च से बोले की इन सभी के मुचलके से पावंद कर दो , कांवर लेकर जाने वालों कि लिस्ट मैने फाइनल कर ली है। सीओ पर आरोप लगाते हुए युवक ने बताया कि सीओ ने धमकी दी कि अगर वह नहीं माने तो उसके ऊपर दो चार मुकदमें लगा कर जेल भेज दो और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इस मामले में युवक अंशू ने एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत करने के साथ मुख्यमंत्री पोर्टल, योगी आदित्यनाथ के एक्स पर ट्वीट कर सीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की मंगलवार को डीएम से भी शिकायत कर न्याय की मांग की है।