चित्रकला कार्यशाला के भव्य समापन पर हुआ सम्मान समारोह

बरेली। राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश (संस्कृति मंत्रालय उत्तर प्रदेश) द्वारा संचालित 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन चित्रकला कार्यशाला एवं प्रदर्शनी का समापन समारोह रामपुर बाग स्थित शान्ति अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि ब्रजवासी लाल अग्रवाल थे, जबकि विशिष्ट अतिथियों में डॉ. धीरेन्द्र शर्मा, श्री राजेश कुमार त्रिपाठी, डॉ. अर्चना जौहरी एवं उपमेन्द्र सक्सेना (अध्यक्ष, संस्कार भारती बरेली महानगर) उपस्थित रहे। कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ हॉनर के रूप में देवेंद्र कुमार रावत, प्रसिद्ध कवि रोहित राकेश एवं उप प्रधानाचार्य डॉ. अखिलेश कुमार गुप्ता ने शिरकत की। दीप प्रज्ज्वलन और माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। बाल कलाकार आरोही रावत ने माँ शारदे की भक्ति-भाव से वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को संगीतमय आरंभ प्रदान किया। इस अवसर पर अतिथियों एवं प्रशिक्षकों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यशाला के संयोजक कुलदीप वर्मा ने कहा कि यह कार्यशाला प्रतिभागियों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को मंच देने का एक अनूठा प्रयास था, जिसने उनकी कला-क्षमता को निखारने का कार्य किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह अनुभव प्रतिभागियों की कला-यात्रा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
कार्यशाला के प्रशिक्षक एवं कला विशेषज्ञों डॉ. स्नेहा रानी, कमल किशोर शर्मा, प्रदीप कुमार झा, दीपशिखा सक्सेना, प्रिया सक्सेना एवं अरुण कुमार के 20 दिवसीय अथक परिश्रम एवं समर्पण के कारण यह आयोजन सफल हो सका। इस कार्यशाला का संचालन राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा, निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला, उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र तथा संस्कृति विभाग के निदेशक विशाल सिंह, प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम व विशेष सचिव संजय कुमार सिंह के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा निर्मित चित्रों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जिसे अतिथियों ने अत्यंत सराहा। समारोह में बड़ी संख्या में कला प्रेमी, शिक्षक, समाजसेवी, अभिभावक व बच्चे उपस्थित रहे। प्रमुख सहभागियों में विजय शंकर शाह, संतोष कुमार साहू, पप्पू वर्मा, प्रदीप रावत, भारत सक्सेना, संजय सक्सेना, पुष्पा कुमारी, अंशु रस्तोगी, शशि शाह, शीला शर्मा, यादराम, मानस घोष, उमेश चंद्रा, कुनेंद्र पाल सिंह, मृदुला सक्सेना, आरती सक्सेना, रूपाली, ए.के. गौतम व दीपक कश्यप के नाम उल्लेखनीय रहे। कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन डी. प्रसाद उर्फ पप्पू वर्मा ने किया। समापन पर संयोजक कुलदीप वर्मा ने राज्य ललित कला अकादमी की ओर से विद्यालय प्रबंधन सहित सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया।