राजकीय पालिटेक्निक में अहिल्याबाई होलकर जी की जयंती मनाई

बरेली। पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी के त्रिशताब्दी वर्ष तथा 301 वें जन्मदिवस का कार्यक्रम राजकीय पालिटेक्निक सीबी गंज में सामाजिक समरसता, ब्रजप्रान्त के तत्वावधान में हर्षोल्लास व श्रद्धा निष्ठापूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी के चित्र पर मंचासीन तथा सभी सहभागियों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित करके किया। मुख्यवक्ता डा सुषमा गौडि़याल सदस्य-सामाजिक समरसता राष्ट्रीय टोली एवम् डिप्टी चीफ प्रोक्टर बरेली कालेज बरेली रहीं। उन्होंने कहा कि हमें तथा हमारे संपूर्ण समाज के लिए लोकमाता का जीवन पग पग पर प्रेरणा देने वाला रहा है। उनमें कोमलता, दयालुता के साथ-साथ संकल्प न्याय के प्रति कठोरता, निष्पक्षता।समाज,राज्य, देश और धर्म के प्रति निष्ठा की अद्वितीय मूर्ति के रूप में अहिल्याबाई होलकर जी का जीवन रहा है। गाय के छोटे बछड़े को पुत्र द्वारा कुचलने की घटना पर निरही गाय के दुःख को अहसास कर अपने ही पुत्र को रथ से कुचलकर मारने का मृत्यु दण्ड सुनाती हैं।मुख्य अतिथि के रूप में एडवोकेट आकाश पुष्कर प्रान्तीय अध्येता प्रमुख ने अपने बताया कि लोकमाता राज्य के आर्थिक सुधार के लिए विकास योजना व कुटीर उद्योग योजना बनातीं हैं।तो शुत्र अपने राज्य अपने आँख ना उठा सके ।पुरुषों की सेना के साथ साथ महिलाओं की सेना का निर्माण करतीं हैं।वे आडंबर से दूर रहकर पूरा जीवन बितातीं हैं।अपने राज्य आक्रामक करने की योजना बना रहे पडौसी राज्य को अपनी वाक्य पटूता से आक्रमण का निर्माण बदलने को मजबूर कर देतीं हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष आ नरेन्द्र प्रधानाचार्य- राजकीय पालीटेक्निक बरेली ने बताया कि अहिल्याबाई होलकर जी ने पूरे भारत में प्याऊ,धर्मशाला, मंदिर निर्माण, और खण्डित बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों का पुनर्निर्माण भी कराया था। वे अपने साथ सदैव शिवलिंग प्रकाश पुँज के रूप में रखतीं थी। अपने सभी आदेश भगवान शंकर को अर्पित करके करतीं थीं।तथा आदेशों पर राज्य की मुहर स्थान पर शिवलिंग का चिन्ह मुहर के रूप लगातीं थी। इस अवसर पर संस्थान के छात्र-छात्राओं ने भी लोकमाता के संदेशों पर विचार रखे। आयोजन की संयोजिका प्रोफेसर अनुरंजना सिंह रहीं तथा कार्यक्रम का संचालन रामप्रसाद अग्रवाल सहप्रान्त संयोजक-सामाजिक समरसता ब्रजप्रान्त ने किया। इस अवसर पर त्रिवेन्द्र कुमार , ठाकुर दास , आनंद प्रकाश ,अरुण राठौर , रामगोपाल शर्मा ,पुनीत जौहरी ,रविंद्र चौधरी ,अपुल श्रीवास्तव के साथ साथ संस्थान के प्रोफेसरों की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं सहित 80 लोग सम्मिलित हुए।