बरेली। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में शिविर कार्यालय बिहारीपुर पर विश्व ब्राह्मण दिवस के उपलक्ष्य में आचार्य चाणक्य का भावपूर्ण स्मरण करके मनाया गया। अध्यक्षता मेधावृत शास्त्री ने की और संचालन मंडल महामंत्री विशाल शर्मा ने किया। कार्यक्रम का प्रारंभ सामूहिक रूप से गायत्री मंत्र के वाचन से हुआ। उपस्थित सभी लोगों ने आचार्य चाणक्य के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर आचार्य चाणक्य के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रदेव त्रिवेदी ने कहा कि आचार्य चाणक्य राजनीति और प्रशासन के विशेषज्ञ के रूप में विख्यात हुए। उनकी कृति ” अर्थशास्त्र ” में निहित वाक्यांश नीति के श्लोक हैं, जिनमें समाज और देश के नेतृत्व और प्रशासन प्रणाली पर सम्यक् प्रकाश डाला गया है। अध्यक्षता करते हुए मेधावृत शास्त्री ने विश्व ब्राह्मण दिवस की सार्थकता पर व्याख्यान देते हुए कहा कि ब्राह्मण मात्र एक जाति नहीं है, वरन् भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है जो धर्म एवं कर्म में रचनात्मकता का आभास हमेशा कराता है। ब्राह्मण सर्व भूत हिते रता: की कामना करके राष्ट्र सेवा करता ही है। कार्यक्रम में पं. दीपक शर्मा ने आचार्य चाणक्य के नीति श्लोकों का वाचन किया और उनके अर्थ समझाये। विश्व ब्राह्मण दिवस के कार्यक्रम में अवध किशोर शुक्ला, मदनलाल शर्मा, शौर्य पचौरी, अरुण शुक्ला, मुकेश पांडे, अजयराज शर्मा, प्रखर पाठक, प्रमोद मिश्रा, डा मनोज मिश्रा, अखिलेश शर्मा, अनिल शर्मा आदि प्रमुखता से उपस्थित रहे।