बदायूं। महावारी दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK), जिला चिकित्सालय बदायूं एवं Hop Unity Helping Welfare Foundation के संयुक्त तत्वावधान में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय नगर क्षेत्र शेखूपुर में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्या श्रीमती उपासना सिंह ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “मासिक धर्म एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसे लेकर झिझक नहीं, समझ और स्वीकार्यता होनी चाहिए। हमें रूढ़ियों से ऊपर उठकर वैज्ञानिक सोच को अपनाना चाहिए।” कार्यक्रम का संचालन दीपा सक्सेना , आरती अग्निहोत्री ने किया। इस अवसर पर छात्राओं के बीच पोस्टर प्रतियोगिता, का भी आयोजन किया गया, जिनका विषय महावारी के बाद की जागरूकता एवं स्वच्छता से संबंधित था। छात्राओं ने रचनात्मकता और जागरूकता का अद्भुत समन्वय प्रस्तुत किया। प्रतियोगिताओं में सफल छात्राओं को ‘राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम’ की ओर से पुरस्कार प्रदान किए गए, जिससे उन्हें न केवल प्रोत्साहन मिला बल्कि विषय की गहराई को समझने का अवसर भी प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के दौरान किशोर स्वास्थ्य परामर्शदाता, मोहित कुमार (जिला चिकित्सालय ) ने छात्राओं को महावारी से जुड़ी भ्रांतियों, देखभाल और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्राओं को सामाजिक कुप्रथाओं को छोड़कर खुली सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया। Hop Unity Helping Welfare Foundation की डायरेक्टर डॉ. कृष्णा सिंह ने बालिकाओं को मासिक धर्म के महत्व और इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा, “यह कोई कमजोरी नहीं, बल्कि महिला शरीर की एक शक्ति है। इसे लेकर आत्मविश्वास और देखभाल दोनों ज़रूरी हैं।” संस्था की सदस्य कुसुम लता ने सभी छात्राओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और परिवार व समाज में भी जागरूकता फैलाने की अपील की।