पाकिस्तान का दुर्भाग्य है आपरेशन सिंदूर: स्वामी चिन्मयानंदभारत को दक्षिण एशिया में अपनी सामरिक शक्ति दिखाने का समय
शाहजहांपुर। भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना है। बुधवार रात चले आपरेशन सिंदूर के बाद पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार पाकिस्तान को जबाव देने के लिए सेना को खुली छूट दी गई। पहले जब कभी भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान को पराजित किया तो जीती हुई जंग को समझौतो के साये तले खो दिया गया। पाकिस्तान से जितनी भी बार लड़ाई हुई सेना ने उसे सबक सिखाया लेकिन हमेशा परिणाम से पहले तत्कालीन सरकारों ने कार्रवाई को रोका जिससे सैनिकों का मनोबल गिरा और उनके साहस और पराक्रम का हिसाब भी नहीं लिया गया। 1965 में भारतीय सेना जब लाहौर तक पहुंच गई थी उसके बावजूद उसे वापस लौटना पड़ा। सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर को वापस भारत में मिलाने के लिए 15 दिनों का समय मांगा था लेकिन वह मौका भी गंवाया गया। एक राजनीतिक भूल के कारण पाक अधिकृत कश्मीर पाकिस्तान में चला गया। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेनाओं ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को गहरी चोट पहुंचायी थी लेकिन उस समय राजनीति एकता नहीं दिखाई गई और उसको गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्हांेने कहा कि पहलगाम की घटना में निर्दोषों को हिंदू होने के नाते मारा गया जो सांप्रदायिक तनाव फैलाने की एक सोची समझी साजिश थी। कश्मीर मंे धारा 370 और 35-ए हटने के बाद विकास का जो दौर चला और लोकतंत्र बहाल हुआ लेकिन पहलगाम की घटना ने देश को आहत किया। आज पूरा देश सेना के साथ खड़ा है। हमारी सेनाओं का मनोबल ऊंचा है और पाकिस्तान से हिसाब चुकता करना चाहती हैं। स्वामी चिन्मयानंनद ने कहा कि आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की कमर टूट चुकी है। हमारी लड़ाई पाकिस्तान के खिलाफ नहीं आतंकवाद के खिलाफ हैं आज पाकिस्तान में सेना और सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है। भारत को अब जब पूरे विश्व का समर्थन मिल रहा है तो हमंे अब किसी भी कीमत पर कदम पीछे नहीं हटाने चाहिए। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि आपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की राजनीति प्रभावित होगी और पाकिस्तान का टूटना निश्चित है। एक ओर जहां बलूचिस्तान सिंधु होगा वहीं पाक अधिकृत कश्मीर भारत में होगा। चीन भी अब पाकिस्तान का साथ देगा इसमें संशय है। आज भारत का हर नागरिक खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। भारत की सेना और भारत सरकार पिछले काफी समय से पाक समर्पित आतंकवाद से आहत थी। आज पूरा देश सेना और भारत सरकार के साथ खड़ा है। इससे भारत की दक्षिण एशिया में सामरिक शक्ति के रूप में सशक्त होकर उभरेगा और भारत की साम्प्रदायिक राजनीति पर भी प्रभाव पड़ेगा। आज भारतीय मुसलमानों को भी सोचना होगा कि भारत में रहकर पाकिस्तान के गुण गाना अब ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। क्रिकेट में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने का दौर अब नहीं चलने वाला। कुल मिलाकर अब जरूरी है कि दक्षिण एशिया में भारत अपना वर्चस्व कायम करें। यह लड़ाई अब सांप्रदायिकता के खिलाफ है। माकड्रिल के साथ पूरे देश में जो विश्वास जताया जा रहा है उससे लोग खुश है। पहलगाम में जो निर्दोष लोग मारे गए उनके खून का बदला खून से ही लिया गया। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि आपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाहट में पाकिस्तान छोटी मोटी गलती कर सकता है उसका जबाव देने के लिए हमें तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि आपरेशन सिंदूर पाकिस्तान का दुर्भाग्य बनकर आया है जिन बहनों का सिंदूर आतंकवादियो ंने पोछा था वह अब रक्त का प्रवाह बनकर आतंकवादियों को मौत के घाट पहुंचायेगा। स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि सभी देशवासियों को जाति धर्म और पंथ से ऊपर उठकर सरकार और सेना का साथ देना चाहिए।