बदायूं के नगला देवी शक्तिपीठ मंदिर में रामनवमी पर श्रद्धालुओं का सैलाब, जयकारों से गूंजा मंदिर परिसर
बदायूं । नगला देवी शक्तिपीठ मंदिर में रामनवमी के अवसर पर आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा, मानो पूरी श्रद्धा नगला मंदिर पर आकर एकत्रित हो गई हो। चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन यानी नवमी पर श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के नौवें स्वरूप के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। सुबह से ही मंदिर परिसर माता रानी के जयकारों से गूंजता रहा और दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी। मंदिर तक पहुंचने वाली सभी प्रमुख सड़कों पर भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। विशेष रूप से महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में माता रानी के दर्शनों के लिए मंदिर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना की, माता रानी का आशीर्वाद लिया और भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर व्रत खोला। मंदिर परिसर में हुआ विशाल भंडारा रामनवमी पर मंदिर के बाहर भंडारे के बड़ी संख्या में स्टाल लगे। देवी भक्तों ने दिल खोल कर भंडारा किया और प्रसाद वितरण किया। श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर में सेवा देने वालों की भीड़ भी कम नहीं थी। दर्जनों लोगों ने सेवादार बनकर पूजा, प्रसाद वितरण और व्यवस्था में सहयोग किया। घर-घर पूजी गई कन्याएं रामनवमी के दिन श्रद्धालुओं ने घर-घर जाकर कन्याओं की पूजा कर उन्हें भोजन कराया। कन्या पूजन की इस परंपरा का पालन करते हुए लोगों ने श्रद्धा और आस्था के साथ अपने व्रत खोले। माता रानी के नौ स्वरूपों की पूजा करने के बाद कन्याओं को देवी का रूप मानकर उन्हें आदर सहित भोजन और भेंट दी गई। सुरक्षा व्यवस्था रही दुरुस्त श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन पहले से ही सतर्क था। पुलिस की तैनाती मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में की गई थी। किसी भी अव्यवस्था से बचने के लिए पुलिस सतर्क रही। मंदिर कमेटी ने संभाला मोर्च मंदिर समिति की ओर से भी भीड़ प्रबंधन और व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए। समिति ने बड़ी संख्या में सेवादारों की तैनाती की जो श्रद्धालुओं को दर्शन कराने, प्रसाद वितरण और अन्य सेवाओं में जुटे रहे। रामनवमी का यह विशाल आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा और अनुशासन के साथ दर्शन किए। कहीं से भी किसी अव्यवस्था या दुर्घटना की सूचना नहीं मिली। प्रशासन, मंदिर समिति और श्रद्धालुओं के सामूहिक प्रयासों से आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। आस्था की मिसाल बना नगला शक्तिपीठ नगला शक्तिपीठ मंदिर, जो सिविल लाइन थाना क्षेत्र से कुछ दूरी पर नगला शर्की गांव में स्थित है, अब क्षेत्र का प्रमुख धार्मिक स्थल बनता जा रहा है। रामनवमी जैसे पर्व पर यहां हजारों की संख्या में भक्तों का जुटना इस बात का प्रमाण है कि आस्था का यह केंद्र जनमानस में गहरी पैठ बना चुका है। भक्तों की जुबानी आस्था के अनुभव मन्दिर में आए श्रद्धालुओं ने माता रानी के दरबार में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए बताया कि वे हर साल यहां दर्शन के लिए आते हैं और माता का आशीर्वाद लेकर ही अपने नवरात्र पूरे करते हैं। कई श्रद्धालु पहली बार मंदिर पहुंचे थे और उन्होंने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। बदायूं का नगला देवी शक्तिपीठ मंदिर रामनवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया। भक्तों ने मां दुर्गा की आराधना कर भक्ति और श्रद्धा की मिसाल पेश की। आयोजन की सफलता प्रशासन, मंदिर समिति और श्रद्धालुओं के संयम व समर्पण का प्रमाण है। जयकारों से गूंजते मंदिर परिसर और भंडारे के प्रसाद से भरे वातावरण ने सभी को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। नवरात्र की इस पावन नवमी पर नगला शक्तिपीठ मंदिर आस्था की भव्य झलक बनकर उभरा।




















































































